चन्द्रमा पर मजबूत होगा भारत का दावा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष जी. माधवन नायर ने आज कहा कि 22 अक्टूबर को छोड़े जाने वाले चन्द्रयान प्रथम के माध्यम से चन्द्रमा पर तिरंगा फहराया जाएगा और इससे इस उपग्रह पर भारत का दावा मजबूत होगा।एक साक्षात्कार में नायर ने कहा कि तिरंगा वहाँ लहराएगा नहीं क्योंकि यह सख्त होगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक प्रावधानों के अनुसार चन्द्रमा सम्पूर्ण विश्व का है और इस पर कोई विशेष दावा नहीं किया जा सकता, लेकिन इस माध्यम से वहाँ भारत की उपस्थिति दर्ज होगी।उन्होंने बताया कि अमेरिका, रूस और जापान के बाद वहाँ झंडा फहराने वाला भारत दुनिया का चौथा देश होगा। यदि अंटार्कटिका की तरह वहाँ कभी संसाधन का बँटवारा हुआ तो इसमें भारत का भी हिस्सा होगा।डॉ. नायर ने बताया कि भारत के चन्द्रमा पर दावे से वहाँ के अमूल्य खनिजों और हीलियम-3 पर भी हक होगा। एक टन हीलियम-3 से एक वर्ष के लिए देश की सम्पूर्ण ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।इसरो प्रमुख ने बताया कि इस मिशन के माध्यम से चन्द्रमा की सतह पर पानी की खोज भी की जाएगी जो वहाँ बस्तियाँ बसाने के लिए सबसे जरूरी चीज है।चन्द्रमा पर अंतरिक्ष यात्री भेजे जाने के सवाल पर नायर ने बताया कि भारत वर्ष 2015 तक वहाँ मानव भेजने में सक्षम होगा। इस पर करीब 10 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी।उन्होंने कहा कि भारत का अगला मिशन मंगल ग्रह होगा और अगले तीन चार सालों में इस मिशन के लिए तैयारियाँ पूरी कर ली जाएँगी।