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Written By समय ताम्रकर

गुंडे की कहानी

Gunday Movie Preview | गुंडे की कहानी
बैनर : यशराज फिल्म्स
निर्माता : आदित्य चोपड़ा
निर्देशक : अली अब्बास जफर
संगीत : सोहेल सेन
कलाकार : प्रियंका चोपड़ा, रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर, इरफान खान
रिलीज डेट : 14 फरवरी 2014

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जब वे लगभग 12 वर्ष के आसपास के होंगे तब उन्हें अपनी जिंदगी को बचाने के लिए पहली बार भागना पड़ा था। तब दुनिया ने उन्हें 'रिफ्यूजी' कहा था। बात 1971 के आसपास की है, जब युद्ध की वजह से एक नए देश 'बंगला देश' का जन्म हुआ था। इसी वक्त के आसपास बाला (अर्जुन कपूर) और बिक्रम (रणवीर सिंह) का भी जन्म हुआ था।। उन्होंने युद्ध और उससे होने वाले परिणामों को नजदीक से देखा है। उन्हें हमेशा अपने आपको बचाने के लिए लड़ना पड़ता है। दौड़ते-भागते वे कलकत्ता आ पहुंचते हैं। दुनिया को समझने के पूर्व वे एक-दूसरे को अच्छी तरह जान जाते हैं और बहुत जल्दी दोनों पक्के दोस्त बन जाते हैं।


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बिक्रम के पास तेज दिमाग है और दोनों में वह बड़ा है। अवैध धंधे की बारीकियां वह बखूबी जानता है। जिन्हें वह प्यार करता है उनके लिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार है।


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यदि बिक्रम बर्फ है तो बाला आग है। बात-बात में वह उबल जाता है। शरीर से बेहद मजबूत बाला बेहद वफादार है। मुंह से ज्यादा उसके हाथ-पैर चलते हैं।


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बिक्रम और बाला को जब लगता है कि उनका अच्छा वक्त आ गया है, तब कुछ न कुछ ऐसी घटना घटती है कि वे नीचे आ जाते हैं। लेकिन उनका साथ ही सबसे बड़ी ताकत है। वे साथ होते हैं तो उन्हें रोकना मुश्किल होता है।


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कई वर्ष गुजर जाते हैं, बिक्रम और बाला कलकत्ता के दबंग, कुख्‍यात और उधमी गुंडे बन जाते हैं। उनके पास सब कुछ है और तभी एंट्री होती है कैबरे डांसर नंदिता (प्रियंका चोपड़ा) की।


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बिक्रम और बाला की तरह नंदिता का नाम भी कलकत्ता में मशहूर है। दिन में कलकत्ता गर्ल नजर आने वाली नंदिता शाम ढलते ही कैबरे से गजब ढाने लगती है। वह नाइट क्लब क्या कलकत्ता की सबसे सुंदर डांसर है। उसकी खूबसूरती का जादू बाला और बिक्रम पर भी चलता है और वे उसकी ओर खींचे चले आते हैं।


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नंदिता के आने बाला और बिक्रम की रूखी जिंदगी में रंगों की बहार छा जाती है। वे खुश रहने लगते हैं, लेकिन उन्हें आने वाले तूफान का अहसास नहीं है।


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एसीपी सत्यजीत सरकार की एंट्री होती है। उसे गलत को सही करना आता है। कानून तोड़ने वालों को कानून का सबक सीखाना वह अच्छी तरह जानता है। बड़े से बड़े गुंडों को उसने अपने ही बनाए हुए नियमों से कई बार कानून का पाठ पढ़ाया है। दिमाग उसका बहुत तेज चलता है और परिस्थिति को भांपना उसे अच्छी तरह आता है।


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इसके बाद शुरू होती है एक सनसनीखेज, रोमांचक और ड्रामेटिक कहानी जो इन्हीं चारों के इर्दगिर्द घूमती है।