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Written By वार्ता

हिन्दी फिल्मों में पहले से छाया है वकीलों का जलवा

हिन्दी फिल्मों में पहले से छाया है वकीलों का जलवा -
मुंबई। जोरदार दलीलों और पेचीदगी भरे सवालों से गवाहों के मुंह से सच उगलवाकर अंतिम समय में अपने मुव्वकिल को बरी करवा लेने वाले वकील का ख्याल आते ही कई फिल्मी अदाकारों के नाम जहन में कौंध जाते हैं।
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इसी कड़ी में दो दिन पूर्व प्रदर्शित हुई फिल्म जॉली एलएलबी का नाम भी जुड़ गया है। फिल्म में अरशद वारसी और बोमन इरानी वकील के किरदार को रूपहले पर्दे पर जीवंत करते नजर आए।

फिल्मी दुनिया के इतिहास पर यदि एक नजर डाले तो जाने-माने कलाकारों ने वकील की भूमिका में अपनी अदाकारी से जान डालकर कई फिल्मों को सफल बनाया है। कई फिल्में तो अदालती दृश्यों और वकील की दलीलों के कारण ही दर्शकों को अपनी और आकर्षित करने मे कामयाब हुई हैं।

फिल्मी कलाकारों पर एक नजर डाले तो दादामुनि के नाम से विख्यात अशोक कुमार ने कई फिल्मों में वकील का सशक्त किरदार निभाकर दर्शकों का दिल जीता है। वकील की भूमिका वाली उनकी फिल्मों में धूल का फूल, पूजा के फूल, ममता और धुंध जैसी कई सफल फिल्में शामिल हैं। सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने महान और जमानत जैसी फिल्मों में वकील के दमदार को रूपहले पर्दे पर साकार किया है।

अनिल कपूर ने भी फिल्म ठिकाना, मेरी जंग और युद्व में वकील का चुनौतीपूर्ण किरदार निभाया है। मेरी जंग की बात करे तो इसी फिल्म में उनके समकक्ष अमरीश पुरी ने भी वकील का यादगार किरदार निभाया था। इसके अलावा चॉकलेट में भी अनिल कपूर वकील की भूमिका में ही थे।

हिन्दी फिल्मी दुनिया में शाटगन के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा ने दोस्ताना और विश्वनाथ जैसी सुपरहिट फिल्मों में वकील का सशक्त किरदार निभाया है। इसके अलावा उन्होंने फिल्म जुल्मो सितम, इंसानियत के दुश्मन, अमीर आदमी गरीब आदमी और परवाना में भी वकील की भूमिका को रूपहले पर्दे पर अदा किया है। विश्वनाथ में शत्रुघ्न सिन्हा का एक फिल्मी डायलॉग 'जली को आग और बुझी को राख कहते है जिस राख से बारूद बने उसे विश्वनाथ कहते हैं' काफी मशहूर हुआ था।

फिल्मी दुनिया में जॉनी के नाम से मशहूर राजकुमार ने भी फिल्म जंगबाज में वकील की चुनौतीपूर्ण भूमिका को फिल्मी पर्दे पर साकार किया है। इस फिल्म में वह अदालत पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते थे।

हिन्दी फिल्मों के चरित्र अभिनेता इफ्तिखार खान भी वकील की भूमिकाओं में जान डाल देने के लिए मशहूर रहे हैं। वकील की भूमिकाओं वाली उनकी फिल्मों में नजराना, दोस्ताना, मैं तेरे लिए, खट्टा मीठा, सफर, अपराधी कौन आदि शामिल हैं।

इसके अलावा विनोद खन्ना ने मुकद्दर का सिकंदर, कैद और पहचान, सुनील दत्त (वक्त), जैकी श्रॉफ (लावारिस, ग्रहण), सन्नी देओल (दामिनी और योद्वा), ऋषिकपूर (कारोबार) मिथुन चक्रवर्ती (हत्यारा), गोविन्दा और शरद कपूर ने (क्योंकि मै झूठ नहीं बोलता) ओमपुरी (भाई), अर्जुन रामपाल (मोक्ष), अभिषेक बच्चन (फिर मिलेंगे), फरदीन खान (देव), इरफान खान (कसूर)ल चंद्रचूड़ सिंह (दाग द फायर), सलमान खान (निश्चय), अक्षय खन्ना (दीवानगी), विनोद मेहरा (आखिरी अदालत), संजीव कुमार (लाखों की बात और खुद्दार), दिलीप कुमार (किला), राजेन्द्र कुमार (कानून और साजन की सहेली) वकील की मुख्य भूमिका में अपनी छाप छोड़ी है।

नायकों की तरह ही बॉलीवुड की कई अभिनेत्रियां भी वकील के सशक्त किरदार को फिल्मी दुनिया के रूपहले पर्दे पर सफलतापूर्वक निभा चुकी हैं। अभिनेत्रियों में 'ड्रीम गर्ल' के नाम से मशहूर हेमा मालिनी फिल्म दर्द और कुदरत का कानून में, करीना कपूर (एतराज), लिजा रे (कसूर), रवीना टंडन (पहचान), डिंपल कपाड़िया (जख्मी शेर), वहीदा रहमान (अल्लारखा) और लारा दत्ता (बर्दास्त) वकील के किरदार को निभाकर दर्शकों की वाहवाही लूटी है।

हिन्दी फिल्मों के खलनायक भी वकील के किरदार को निभाकर जनता की वाहवाही लूटने मे पीछे नहीं रहे हैं। इन कलाकारों में सदाशिव अमरापुरकर ने (रिश्ते और सबसे बड़ा खिलाड़ी), मदनपुरी (इत्तेफाक), कादर खान (खुदगर्ज और जस्टिस चौधरी), गोगा कपूर (आज की औरत, अंजाने रिश्ते और शहंशाह), डैनी (ढाल और अधिकार, जीवन, जख्मी शेर और आखिरी संघर्ष), गुलशन ग्रोवर (बवंडर) केएन सिंह (मेरा साया), अमजद खान (चमेली की शादी), अनुपम खेर (सत्यमेव जयते, एतबार, जिद्दी, गर्व और जख्मी शेर), किरण कुमार (नजर के सामने, मोक्ष और क्योंकि मै झूठ नहीं बोलता), परेश रावल (एतराज और अकेले हम अकेले तुम), अमरीश पुरी (मेरी जंग, हलचल और दामिनी), शक्ति (कपूर पाप की आंधी), प्राण (मिट्टी और सोना तथा गुमनाम), मोहन जोशी (लाल बादशाह और क्रोध) वकील के किरदार को सफलतापूर्वक निभाया है।

इसके अतिरिक्त कई हास्य कलाकारों ने भी वकील के किरदार को अपने कौशल से जीवंत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इनमें असरानी ने (ये तेरा घर ये मेरा घर और प्रियतमा), केस्टो मुखर्जी (आप के दीवाने), उत्पल दत्त (हनीमून), जानी लीवर (हद कर दी आपने), पेटल (किरायेदार), असित सेन (मंझली दीदी), देवन वर्मा (सुर संगम), राकेश बेदी (सुनो ससुरजी) तथा (वादा), आईएस जौहर (प्रियतमा और अप्रैल फूल) वकील का किरदार जोरदार तरीके से निभाया है।

लेकिन कुछ कलाकार ऐसे भी हैं जिन्होंने वकील का किरदार निभाने से अभी तक अपने को दूर रखा है जिनमें आमिर खान और शाहरुख खान जैसे नए जमाने के कलाकारों का नाम लिया जा सकता है। (वार्ता)