अगर आप भी इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं तो यह खबर आपके लिए है। इन दिनों व्हाट्सएप पर एक मैसेज बहुत तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यूजर्स को फ्री में एडिडास जूते देने का दावा किया जा रहा है। इसके साथ ही मैसेज में एक लिंक भी दिया गया है।
क्या है वायरल मैसेज में-
वायरल मैसेज में एडिडास के 70वीं सालगिरह को सेलिब्रेट करने के लिए कंपनी की तरफ से 700 जोड़ी जूते और 7000 टी-शर्ट्स देने की बात कही जा रही है।
क्या है सच-
सच यह है कि यह मैसेज फेक है। इस मैसेज पर बिलकुल यकीन ना करें और ना ही दिए गए लिंक पर क्लिक करने की भूल करें। दरअसल, स्कैमर्स यूजर को मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करने को कहते हैं, जो कि मैलिशियस लिंक होता है, जिससे यूजर के पर्सनल डेटा को खतरा हो सकता है।
अधिकतर मामलों में इस तरह के लिंक पर क्लिक करने पर असली दिखने वाली फेक वेबसाइट खुल जाती है, जिसमें यूजर्स से उनकी पर्सनल डिटेल मांगी जाती है।
कमाल की बात यह है कि स्कैमर्स इस बार यूजर के पैर का साइज भी पूछते हैं, ताकि लोगों को यकीन हो जाए कि वह असली वेबसाइट है और ये ऑफर भी सही है।
बता दें कि इस तरह का एक फेक मैसेज पिछले साल भी वायरल हुआ था जिसके जरिये कहा जा रहा था कि 93वीं वर्षगांठ पर एडिडास 3000 जोड़ी जूते बांट रहा है। इस मैसेज के साथ भी एक लिंक दिया हुआ था जिस पर क्लिक करने पर जूतों को क्लेम करने की बात कही गई थी, लेकिन यह भी फेक था।
आइए, अब जानते हैं कि इस तरह के स्कैम मैसेजेज को पहचानने के तरीके...
फ्री और अनलिमिटेड ऑफर
फ्री और अनलिमिटेड ऑफर वाले मैसेज अक्सर फेक होते हैं। इनमें कोई उपहार, कूपन या फ्री टॉकटाइम का ऑफर दिया जाता है। ऐसे मैसेज पर बिल्कुल भरोसा न करें।
गलत स्पैलिंग
फेक मैसेज में अक्सर स्पेलिंग गलत होती है। जबकि किसी भी कंपनी द्वारा भेजे गए मैसेज में ऐसा नहीं होता है। ऐसे में गलत स्पैलिंग वाले मैसेज को क्लिक न करें।
लिंक वेरिफिकेशन
अगर आपके पास आए मैसेज में कोई लिंक दिया होता है, तो उसके ऑफिशियल लिंक से जरूर वेरिफाई करें।
ऑफिशियल सोर्स से कन्फर्मेशन
अगर आपको किसी कंपनी की तरफ से मैसेज आता है, तो उसे ऑफिशियल सोर्स से जरूर कन्फर्म करें।