बुधवार, 4 दिसंबर 2024
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Written By गायत्री शर्मा

प्यार की राह में थामे चलो हाथ

प्यार की राह में थामे चलो हाथ -
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तेरे प्यार के सागर में डूबकर
हुआ है अहसास मुझे जन्नत का
जिंदगी क‍ी राहों में साथ तेरे चलकर
लगता है सपना भी मुझे हकीकत सा

इन्हीं पक्तिंयों की तरह प्यार भी एक ऐसा नशा है, जिसमें खोकर प्रेमी सपनों की उड़नतश्तरी में अपने भविष्य के सफर पर निकल पड़ते हैं। प्यार का हर लम्हा इतना प्यारा होता है कि उसमें जिंदगी की संपूर्णता का अहसास होता है। हर प्रेमी चाहता है कि उस लम्हें को थामकर बस उसी लम्हें की यादों में अपनी जिंदगी गुजार दें।

बदलते दौर के साथ आज प्रेमियों के लिए प्यार के मायने भी बदल गए है। उनके लिए आज प्यार करने की अहमियत तो है परंतु इस रिश्ते को उम्रभर निभाकर साथ चलने की समझ नहीं है। प्यार कोई ‍मामूली चीज नहीं है, जिसे बाजार से खरीदा जा सके, यह कोई आदान-प्रदान की वस्तु नहीं है, जिसे दोस्तों के बीच बाँटा जा सके, प्यार तो आपसी समझ और अहसास का नाम है। यह तो दिलों की गहराईयों से उठती वो तरंग है, जो प्रेमियों को भीतर तक हिला कर रख देती है और उसे जिंदगी जीने का एक नया ढंग सीखाती है।

रिश्ते की अहमियत को जानना जरूरी :
प्यार करने से ज्यादा अहम होता है उसकी कद्र करना। यदि आप प्यार की गहराईयों को नहीं समझ पाएँगे तो शायद आप कभी प्यार ही नहीं कर पाएँगे। प्यार का एक अर्थ होता है सम्मान। यह कोई मजाक का रिश्ता नहीं है, जिसका मखौल बनाकर हर शाम दोस्तों की महफिल में अपने प्रेमी के नाम पर चुटकियाँ ली जाए। यह तो गोपनीयता का रिश्ता है, जिसके आवरण को सरेआम अनावृत करना अपने ही प्यार को बदनाम करना है। इस रिश्ते को जितना गोपनीय रखा जाए, उतना ही आप इस रिश्ते का आनन्द ले पाएँगे।

स्वार्थ से परे है ये रिश्ता :
कहते हैं जिस रिश्ते में 'प्रेम' का सामना 'स्वार्थ' से होता है वह रिश्ता अपनेपन का नहीं बल्कि 'औपचारिकता' व 'अजनबीपन' का रिश्ता है। प्रेम के रिश्तों में तो स्वार्थ और अहम के स्थान पर अदब, आग्रह और अपनापन होता है, जो इस रिश्ते को बोझिल बनाने से रोकता है। इस रिश्ते में अपने प्रेमी की खुशी में अपनी खुशियों की जगह बनाई जाती है ताकि आपसे प्यार करने वाले को यह आभास हो कि आपके लिए वो ही सर्वोपरि है।

रिश्ते में हो गंभीरता :
प्रेमी का चुनाव नहीं होता है, वो तो जाने-अनजाने किसी बहाने से हमारे जीवन में दस्तक देकर हमारी जिंदगी बन जाता है। प्रेम का रिश्ता शरारतों व हँसी-ठिठौली का रिश्ता है लेकिन इसका यह अभिप्राय नहीं है कि इस मौज-मस्ती में हम गंभीरता का ही त्याग कर दे। प्रेमी कोई इस्तेमाल की वस्तु नहीं है, जिसका जी भर के इस्तेमाल करके उसे उसके हाल पर छोड़ दिया जाए। यह तो आपका उम्रभर साथ निभाने वाला वफादार साथी है, जो आपसे रिश्ते में वफा व गंभीरता की उम्मीद लगाए बैठा है। हर रिश्ते की तरह प्रेम के रिश्ते में भी गंभीरता का होना लाजिमी है, क्योंकि इसी से यह रिश्ता टिकाऊ व दीर्घायु बनता है।

बदले की भावना न पनपने दे :
एक-दूसरे की बराबरी करने व उसे नीचा दिखाने के लिए उसके कृत्य को उसी के सामने दोहराना समझदारी का नहीं बल्कि मूर्खता का परिचायक है। प्रेम की गाड़ी को जीवन के पथ पर सरपट चलाने के लिए जरूरी है दोनों में से किसी एक का समझदार व गंभीर होना। एक-दूसरे के प्रति द्वेष भावना रखकर यदि आप प्यार का ढोंग करेंगे तो माफ कीजिएगा आप अपना और अपने प्रेमी दोनों का वक्त और जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं।

आलोचक है अच्छे :
जिस तरह सर्फ एक्सेल के होते हुए 'दाग' अच्छे लगते है। उसी प्रकार आलोचकों का साथ होने पर प्रेमियों के लिए प्यार करने का मजा ही अलग है। आलोचक ही वो लोग है जो अफवाहों के बीच किसी रिश्ते को जन्म देते हैं और चर्चाओं के बाजार को गर्म रखते हैं। ये फुरसती लोग अपने ढंग से प्यार को नई दिशा और गति देते हैं और प्रेमी अपनी समझदारी से अपने रिश्ते को नया आयाम और ऊचाईयाँ देते हैं। इसलिए बेहतर होगा ऐसे आलोचकों की सुनने के बजाय अपने रिश्ते को गंभीर बनाने के प्रयास किए जाए तथा साल के हर दिन अपने प्रेमी से प्रेम का इजहार किया जाए।