धर्म संसद ने तय की डेडलाइन, हिन्दू राष्ट्र के लिए आमरण अनशन करेंगे स्वामी परमहंस
अयोध्या। अयोध्या में भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कराने हेतु विश्व कल्याण धर्म संसद का आयोजन किया गया। स्वामी परमहंस ने हिन्दू राष्ट्र के लिए आमरण अनशन की चेतावनी भी दी है। इन सभी संतों-महंतों की भारत सरकार से यह मांग है कि भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए।
इस विश्व कल्याण धर्म संसद में प्रमुख रूप से संकटमोचन राष्ट्रीय सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंतश्री संजय दास, दिगम्बर अखाड़े के महंतश्री सुरेश दासजी, निर्मोही अखाड़े के महंतश्री दिनेन्द्रदासजी के साथ-साथ अयोध्या के कई संत-महंत इस धर्म संसद में मौजूद थे। साथ ही कई प्रदेशों के संत-महंत भी मौजूद थे।
इसकी जानकारी देते जगद्गुरु परमहंस स्वामी तपस्वी छावनी अयोध्या ने बताया कि जनसंख्या कानून लागू हो, समान नागरिक संहिता कानून भी लागू हो, गौहत्या बंद हो और गाय को राष्ट्रीय माता घोषित किया जाए। इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई।
स्वामी परमहंस ने केंद्र सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर 2023 दिसंबर में केंद्र सरकार भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बनाती है तो 7 दिसंबर 2023 से अन्न-जल का परित्याग करके भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कराने के लिए मैं आमरण अनशन करूंगा जिसमें हमारे साथ सभी अखाड़ों के संत-महंत भी होंगे, क्योंकि दुनिया में ईसाइयों के 157 देश हैं, मुसलमानों के 57 देश हैं लेकिन हिन्दुओं का 1 भी देश नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा जब धर्म के आधार पर हुआ तो पाकिस्तान व बांग्लादेश मुसलमानों को मिल गया, जो इस्लामिक देश बन गया। हिन्दुस्तान, हिन्दू राष्ट्र बनना चाहिए। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम लोग शस्त्र के बल पर हिन्दुस्तान को हिन्दू राष्ट्र घोषित कराएंगे।