काम की बात : महंगाई और गर्मी का संकटमोचक है सोलर कुकर
- अथर्व पंवार
आज भारत में हमारी स्थिति ऐसी है जैसे एक तरफ कुआं और दूसरी तरफ खाई। सिलेंडर के बढ़ते मूल्य और आग की लपटों सी महसूस होते गर्मी के थपेड़ों से हमारा बुरा हाल है। लेकिन सोचिए हम एक ऐसा रास्ता अपनाएं जिससे हम इन दोनों त्रस्त करने वाले कारकों से समाधान कर लें तो ! इसे आपदा में अवसर भी बोल सकते हैं। इस महंगाई और गर्मी का संकट मोचक है-सोलर कुकर।
आइए जानते हैं सोलर कुकर के बारे में-
यह एक धातु का एक संदूक होता है जिससे सौर ऊर्जा के द्वारा खाना पकाया जाता है। इस पर एक ढक्कन होता है जिसपर एक कांच होता है। एक पारदर्शी कांच संदूक के ऊपर लगा होता है। इस संदूक में काला रंग पुता हुआ होता है जो बाजार में 'जापान ब्लैक' नाम से मिल जाता है। इस संदूक में डब्बे होते हैं। उनपर भी काला रंग किया गया होता है। डब्बे हलके एयर पतले होते हैं जिससे ज्यादा ऊर्जा मिल सके। काला रंग भी इसलिए किया जाता है क्योंकि वह ज्यादा ऊष्मा अवशोषित कर सके। संदूक से जुड़े हुए ढक्कन को एक पतली छेदनुमा धातु की ही पट्टी होती है जिससे धूप के कोण के अनुसार कांच को सेट करते हैं।
कैसे कार्य होता है सोलर कुकर में-
सोलर कुकर बड़े ही आसानी से प्रयोग में लिया जाता है क्योंकि पूरा कार्य सूर्य देवता की धूप से ही होता है। हमें बस कांच को इस प्रकार सेट करना होता है जिससे उसका reflection उस संदूक में रखे डिब्बों पर पड़ सके। ढक्कन पर एक स्क्रू होता है जिसे उस छेद्नुमा पट्टी में फंसकर कोण बनाने में उपयोग होता है,प्रकाश की ऊष्मा से उस डिब्बे में रखा गया पदार्थ गर्म हो जाता है। यह पूरी प्रक्रिया धूप पर आश्रित है। अगर धूप ज्यादा है तो भोजन जल्दी पकेगा और कम है तो अधिक समय लगेगा। अच्छी कड़क धूप में लगभग 2 घंटे में भोजन पक सकता है।
क्या क्या हो सकता है सोलर कुकर में -
सोलर कुकर में खाना पकने में समय लगता है। इसमें आप कुछ तल नहीं सकते। लेकिन दाल,चावल,खिचड़ी, सब्जी को हम पका सकते हैं। इसमें राई, मूंगफली और बेसन जैसी चीजें सेंकी भी जा सकती है। इसमें बाटियां भी सेंकी जा सकती है। इसकी मुख्य विशेषता यह है कि इसमें पकाने से भोजन के पोषक तत्व नष्ट नहीं होते।
खर्चा कितना आता है सोलर कुकर में -
यह एक one time investment है। आपको 4000 से 7000 तक में एक अच्छा सोलर कुकर मिल जाएगा। आज जहां एकल परिवार अधिक है वहां पूरे परिवार का भोजन इसमें बन जाता है। इससे आप अपने गैस सिलेंडर के पैसे बचा सकते हैं। इसका उपयोग करने से आपका सिलेंडर कम उपयोग होगा और लम्बा भी चलेगा।
आज ग्रामीण क्षेत्र में सोलर कुकर का प्रयोग विस्तृत रूप में देखने को मिल रहा है। जहां भारत में 6 महीने धूप रहती है वहां इसके प्रयोग से आप अपने सिलेंडर की कितनी बचत कर सकते हैं सोचिए...