सावधान! आपकी बातचीत पर भी ठगों की नजर, हो सकता है बैंक खाता साफ
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर में दो व्यक्तियों की फोन पर हो रही बातचीत को इंटरसेप्ट कर हैकर द्वारा रिकॉर्ड कर लिए जाने और बाद में एक दंपति के बैंक खाते से एक लाख रुपए निकाल लेने का मामला सामने आया है।
पुलिस के अनुसार ऑनलाइन शातिर ठगों के हाथ कोई ऐसा सॉफ्टवेयर लग गया है, जिससे वे किन्हीं दो व्यक्तियों के बीच हो रही बातचीत को इंटरसेप्ट करते हुए रिकॉर्ड कर लेने के बाद ठगी करने लगे हैं। शहर में निकुंज विहार कॉलोनी निवासी योगेश बंसल द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात ठगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
जांच कर रहे एएसआई रामजीलाल ने बताया कि परिवादी योगेश बंसल की पत्नी शहर के ही एक निजी शिक्षण संस्थान में लेक्चरर हैं। योगेश ने पुलिस को बताया कि विगत 19 अप्रैल को पत्नी ने एक जानकार जाखड़ से मोबाइल फोन पर बात की थी। किसी अज्ञात व्यक्ति ने इस फोन कॉल को हैक कर लिया। दोनों में हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया।
इसके बाद मंगलवार को पत्नी के पास फोन आया, जिस पर जाखड़ के मोबाइल नंबर प्रदर्शित हो रहे थे। फोन करने वाले ने खुद को जाखड़ बताते हुए पत्नी से बातचीत की। इस कथित जाखड़ ने कहा कि उसका कुछ अमाउंट ऑनलाइन आने वाला है। किसी वजह से वह अमाउंट को अपने बैंक अकाउंट में जमा नहीं करवा सकते।
इस कथित जाखड़ के कहने पर पत्नी ने अपने बैंक खातों का विवरण बता दिया। उसने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ट्रायल के तौर पर सिर्फ 5 रुपए पत्नी के बैंक अकाउंट में जमा करवाएं। इसी बहाने उसकी पत्नी के व्यक्तिगत तथा उसके साथ संयुक्त बैंक खाते की जानकारी ले ली।
पुलिस के अनुसार योगेश ने बताया कि इसके कुछ ही देर बाद पत्नी के पंजाब एंड सिंध बैंक की स्थानीय एक शाखा में खाते से 15 हजार रुपए और बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में उसके साथ संयुक्त खाते से तीन बार 30-30 हजार रुपए निकल जाने के मैसेज उनके मोबाइल नंबरों पर आए।
जांच अधिकारी के अनुसार इस दंपति ने तत्काल बैंक खातों का ट्रांजेक्शन रुकवा दिया, जिससे और पैसे निकलने से बच गए। उन्होंने बाद में जब खातों से हुए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की हिस्ट्री को देखा तो यह रकम किसी राहुल, रविराज, नमन और मनोज नामक व्यक्तियों के खातों में ट्रांसफर हुई थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। (वार्ता)