क्या चुनावी मौसम में ट्रंप ने खेला कोरोना का कार्ड, आपदा में अवसर बदलने की कोशिश
वॉशिंगटन। अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति का चुनाव होना है। डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला डोमेक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार 77 साल के जो बिडेन से है। लेकिन चुनाव प्रचार के बीच डोनाल्ड ट्रंप कोरोनावायरस की चपेट में आ गए हैं। अमेरिका कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। अमेरिका में कोरोना से करीब 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका में ट्रंप की सेहत को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया पहले व्हाइट हाउस में ही आइसोलेशन में गए, लेकिन फिर शनिवार को उन्हें मेरीलैंड के टॉम वाल्टर रिड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर ले जाया गया। डोनाल्ड ट्रंप अपने समर्थकों का अभिवादन करने के लिए गाड़ी में सवार होकर निकले और सबको चौंका दिया।
उनकी गाड़ियों का काफिला वाशिंगटन डीसी के मेरीलैंड उपनगर में बेथेस्डा के रॉकविले पाइक से होकर गुजरा, यह मार्ग राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान और वॉल्टर रीड राष्ट्रीय सैन्य चिकित्सा केंद्र के बीच में है।
इसके तुरंत बाद ट्रंप ने ट्वीट किया- अस्पताल के बाहर मौजूद सभी प्रशंसकों और समर्थकों की मैं सराहना करता हूं। बात यह है कि वे लोग वास्तव में देश को प्रेम करते हैं और देख रहे हैं कि किस तरह हम इसे पहले से भी अच्छा बना रहे हैं।
इससे अब सवाल उठ रहा है कि कि कहीं कोरोना के बीच यह ट्रंप का चुनावी कार्ड तो नहीं? ट्रंप कहीं आपदा में अवसर में बदलने की कोशिश तो नहीं कर रहे हैं? चुनाव से ठीक 1 महीने पहले राष्ट्रपति ट्रंप और पत्नी मेलानिया की कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आई और कहीं सहानुभूति वोट के लिए तो ट्रंप ऐसा नहीं कर रहे हैं?
ट्रंप के कोरोना से संक्रमित होने के बाद कोरोना बड़ा मुद्दा बन जाएगा। ट्रंप वायरस को लेकर चीन पर हमले तेज कर अमेरिकी जनता को अपने पक्ष में कर सकते हैं।
15 अक्टूबर को ट्रंप और बिडेन के बीच डिबेट होनी है। इस डिबेट पर इसका असर पड़ सकता है। डोनाल्ड ट्रंप के डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें सोमवार को छुट्टी दी जा सकती है। डॉक्टरों की टीम का कहना है कि वे ठीक हैं और उनको अलग से ऑक्सीजन देने की जरूरत नहीं है।