Telangana Chief Minister KCR's claim : तेलंगाना के मुख्यमंत्री एवं भारत राष्ट्र समिति (BRS) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को दावा किया कि यदि कांग्रेस राज्य की सत्ता में आई तो वह किसानों के लिए रायथु बंधु तथा नि:शुल्क बिजली जैसी कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर देगी। उन्होंने कहा कि राज्य की प्रगति तभी जारी रहेगी जब उनकी पार्टी को दूसरी बार सत्ता में लाया जाएगा।
तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। विभिन्न चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बीआरएस के 10 साल और कांग्रेस के 50 साल के शासन को विकास के तराजू पर तौलें। उन्होंने महबूबाबाद की सभा में लोगों से बीआरएस उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान की अपील करते हुए कहा, यदि बीआरएस सरकार को वोट दिया जाता है, तो प्रगति जारी रहेगी। लोगों को फायदा होगा। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि आप तुलना करें कि कांग्रेस के 50 साल और बीआरएस के 10 साल के शासनकाल में शासन कैसा था।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में किसानों को खाद की कमी से परेशानी हुई, नकली बीज का भी खतरा था और धान का कोई खरीददार नहीं था। राव ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा, कांग्रेस नेता उत्तम कुमार रेड्डी कहते हैं कि रायथु बंधु जनता के पैसे का दुरुपयोग है। अन्य नेता, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष का कहना है कि किसानों के लिए तीन घंटे बिजली पर्याप्त है।
उनका कहना है कि अगर कांग्रेस (चुनाव) जीतती है, तो रायतु बंधु को राम-राम और दलित बंधु को जय भीम...। राव ने कहा कि डॉ. एमएस स्वामीनाथन जैसे प्रख्यात वैज्ञानिक और संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्थाओं ने भी रायथु बंधु की सराहना की है। यह किसानों से जुड़ी कल्याणकारी योजना है।
राव ने दावा किया कि उन्होंने ही देश में पहली बार दलित बंधु जैसी योजना पेश की थी। केसीआर के नाम से मशहूर राव ने कहा कि वह चुनाव की खातिर कोई वादा नहीं कर रहे हैं, लेकिन वह जनता को धन बांटना चाहेंगे। राज्य की पिछले दस वर्ष की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए राव ने कहा कि तेलंगाना में प्रतिवर्ष तीन करोड़ टन धान का उत्पादन होता है और यह पंजाब के बाद दूसरे नंबर पर है।
शुक्रवार को तीन रैलियों को संबोधित करने वाले राव ने कहा कि अगर बीआरएस राज्य में फिर से सत्ता में आती है तो तेलंगाना के सभी 93 लाख बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वाले) परिवारों को बढ़िया चावल और स्वास्थ्य बीमा भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने वादा किया कि सामाजिक पेंशन और रायथु बंधु की राशि धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से बढ़ाई जाएगी।
पृथक तेलंगाना आंदोलन के दौरान अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए केसीआर ने कहा कि उन्होंने कुछ मुट्ठीभर लोगों के साथ आंदोलन शुरू किया था, हालांकि कई लोगों ने इस मुद्दे को महत्व नहीं दिया। महबूबाबाद में एक रैली में केसीआर ने कहा कि चुनाव आएंगे और जाएंगे, लेकिन वैसे लोगों को नहीं चुना जाना चाहिए जो जनता को धोखा देते हैं।
बीआरएस प्रमुख ने धरणी भूमि रिकॉर्ड पोर्टल की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि हर साल राज्य सरकार पोर्टल से डेटा का इस्तेमाल करके बिना किसी बिचौलिए या रिश्वत के किसानों को 15000 करोड़ रुपए दे रही है। उन्होंने कहा, अगर धरणी को खत्म कर दिया गया तो बिचौलिए आ जाएंगे।
यह देखते हुए कि उनकी सरकार ने धरणी एकीकृत भूमि रिकॉर्ड प्रबंधन प्रणाली की शुरुआत के साथ ही भूमि के स्वामित्व पर प्रशासनिक शक्तियां किसानों को स्वयं हस्तांतरित कर दी हैं। राव ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब धरणी को खत्म करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पड़ोसी राज्य में बिजली की अनुपलब्धता के कारण उनकी जमीनें सूख जाने के बाद कर्नाटक के किसान यहां (तेलंगाना) आ रहे हैं और धरना दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य गुजरात भी किसानों को 24 घंटे बिजली नहीं देता है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के अलावा ऐसा कोई राज्य नहीं है जिसने प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी आदिवासियों को पोडु भूमि के दस्तावेज दिए गए हैं।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour