आज टी-20 विश्वकप के सुपर 12 मुकाबलों में कल एशिया कप जैसा शेड्यूल दर्शकों को देखने को मिलेगा। आज 4 टीमें खेलने वाली हैं और चारों टीमें भारतीय उपमहाद्वीप से होने वाली हैं। शाम को होने वाले भारत-पाकिस्तान मुकाबले पर सबकी नजर है, लेकिन दोपहर में बांग्लादेश और श्रीलंका को आपस में भिड़ना है। इसका मतलब यह है कि पूरे दिन टीवी स्क्रीन्स पर कल एशियाई फैंन्स अपनी टीम को चीयर करेंगे।
बल्लेबाजी की कमजोरी गेंदबाजी से दूर करने का प्रयास करेंगे श्रीलंका और बांग्लादेशशारजाह : श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें टी20 विश्व कप के सुपर 12 के ग्रुप एक मैच में रविवार को यहां जब आमने सामने होंगी तो वे दोनों बल्लेबाजी की अपनी कमजोरियों को गेंदबाजी से दूर करने की कोशिश करेंगे।श्रीलंका और बांग्लादेश दोनों को सुपर 12 में जगह बनाने के लिये पहले दौर के ग्रुप चरण से गुजरना पड़ा। श्रीलंका ग्रुप ए में जहां तीन जीत से शीर्ष पर रहा वहीं बांग्लादेश ग्रुप बी में स्कॉटलैंड के बाद दूसरे स्थान पर रहा।
श्रीलंका ने नामीबिया को सात विकेट से और फिर आयरलैंड को 70 से हराया। अपने आखिरी क्वालीफाईंग मैच में उसने नीदरलैंड को 44 रन पर ढेर कर दिया और आठ विकेट से जीत दर्ज की।दूसरी तरफ बांग्लादेश अपने पहले मैच में ही स्कॉटलैंड से छह विकेट से हार गया लेकिन इसके बाद उसने ओमान को 26 रन और पापुआ न्यू गिनी को 84 रन से हराकर सुपर 12 में जगह बनायी।
लेकिन श्रीलंका और बांग्लादेश दोनों के लिये आगे की राह आसान नहीं होगी। इन दोनों टीमों को ग्रुप एक में इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, मौजूदा चैंपियन वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका की कड़ी चुनौती से पार पाना होगा।टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिये दोनों टीमों के लिये अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का लचर प्रदर्शन चिंता का विषय बना हुआ है।
श्रीलंका के बल्लेबाज दिनेश चांदीमल को नामीबिया और आयरलैंड के खिलाफ नाकामी के बाद अंतिम एकादश में स्थान गंवाना पड़ा। उनके स्थान पर लिये गये चरित असलंका भी नीदरलैंड के खिलाफ कम स्कोर वाले मैच में केवल छह रन बना पाये।
कुसाल परेरा ने फॉर्म में वापसी की है लेकिन सलामी बल्लेबाज पथुम निसांका, अविष्का फर्नांडो, भानुका राजपक्षे और कप्तान दासुन शनाका को अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी। श्रीलंकाई गेंदबाजों ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन तेज गेंदबाजी विभाग में लाहिरू कुमारा, चमिका करुणारत्ने और दुशमंत चमीरा तथा ऑफ स्पिनर महीश थीक्षणा और आलराउंडर वाहिंदु हसरंगा की असली परीक्षा अब होगी।
श्रीलंका की तरह बांग्लादेश के बल्लेबाज भी अब तक कमाल नहीं दिखा पाये हैं। स्कॉटलैंड से हार और ओमान के खिलाफ मैच के दौरान उसके बल्लेबाजों में आत्मविश्वास की कमी स्पष्ट दिखी। बांग्लादेश के पास शीर्ष क्रम में मोहम्मद नईम, लिटन दास और अफीफ हुसैन जैसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं लेकिन उसका दारोमदार अब भी अनुभवी शाकिब अल हसन, कप्तान महमुदुल्लाह और मुशफिकुर रहीम पर टिका है।
बांग्लादेश की गेंदबाजी की अगुवाई तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान कर रहे हैं जिसमें उनका साथ देने के लिये तास्किन अहमद, मोहम्मद सैफुद्दीन और शोरिफुल अहमद हैं। लेकिन बांग्लादेश अपने स्पिनरों शाकिब और महेदी हसन पर अधिक निर्भर है।
बांग्लादेश के लिये टी20 विश्व कप अब तक यादगार नहीं रहा है। वह 2007 में सुपर आठ में पहुंचा था लेकिन इसके बाद 2009, 2010 और 2012 में एक भी जीत दर्ज नहीं कर पाया था।बांग्लादेश ने 2014 में पहले दौर में अपने सभी मैच जीते लेकिन सुपर 10 में वह अपने चारों मैच गंवा बैठा था। इसके बाद 2016 में भी यही कहानी दोहरायी गयी।
लेकिन इस साल बांग्लादेश का प्रदर्शन अच्छा रहा है। उसने वर्तमान कैलेंडर वर्ष में टी20 अंतरराष्ट्रीय में नौ जीत दर्ज की लेकिन स्कॉटलैंड से हार के कारण उसका मनोबल कमजोर पड़ा है। बांग्लादेश हालांकि जिम्बाब्वे, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखलाओं में जीत से प्रेरणा लेने की कोशिश करेगा।
टीमें इस प्रकार हैं :
श्रीलंका : दासुन शनाका (कप्तान), कुसाल जनीथ परेरा, दिनेश चांदीमल, धनंजया डिसिल्वा, पथुम निसंका, चरिथ असलंका, अविष्का फर्नांडो, भानुका राजपक्षे, चमिका करुणारत्ने, वनिन्दु हसरंगा, दुष्मंथा चमीरा, लाहिरु कुमारा, महीश थीक्षणा, अकिला धनंजय, बिनुरा फर्नांडो।
बांग्लादेश : महमूदुल्लाह (कप्तान), लिटन दास, मोहम्मद नईम, महेदी हसन, शाकिब अल हसन, सौम्य सरकार, मुशफिकुर रहीम, नूरुल हसन, अफीफ हुसैन, नसुम अहमद, तस्कीन अहमद, शमीम हुसैन, मुस्ताफिजुर रहमान, मोहम्मद सैफुद्दीन।
मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद तीन बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा।
टी20 विश्व कप के महा मुकाबले में पाक को चित करने के लिये तैयार हैं भारतीय सितारे
दुबई : क्रिकेट जगत की वर्तमान पीढ़ी के कुछ दिग्गज सितारों से सजी भारतीय टीम आईसीसी टी20 विश्व कप में रविवार को यहां होने वाले महा मुकाबले में कुछ अनजान चेहरों वाली पाकिस्तानी टीम को फिर से चारों खाने चित करने के लिये तैयार है।
भारत और पाकिस्तान के बीच मैच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के किसी भी टूर्नामेंट में आकर्षण का केंद्र होता है क्योंकि दोनों देशों के बीच रिश्तों की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए उनमें बहुत कम खेल गतिविधियां होती हैं। ऐसे में जब किसी आईसीसी टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें आमने सामने होती हैं तो दर्शकों का उत्साह भी बुलंदियों पर होता है।
अगर आईसीसी के वनडे और टी20 विश्व कप की बात करें तो भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सभी 12 मैचों में जीत दर्ज की है। टी20 विश्व कप के 2007 में शुरू होने के बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान को पांचों मैच में पराजित किया है और विराट कोहली की टीम यह विजय अभियान जारी रखने के लिये प्रतिबद्ध है।
भारत ने टी20 विश्व कप में सभी मैच महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में जीते जो मेंटोर (मार्गदर्शक) के तौर पर कोहली का साथ देने के लिये यहां हैं। धोनी की उपस्थिति ही बाबर आजम और उनके साथियों की सिरदर्द बढ़ाने के लिये पर्याप्त है। फिर भी यह एक ऐसा मैच है जिसका सभी को इंतजार रहता है। आईसीसी से लेकर प्रसारक तक इस मैच से मोटी कमाई करने पर ध्यान देते हैं तो प्रशंसकों की भावनाएं इससे जुड़ी होती हैं।
लेकिन टी20 ऐसा प्रारूप है जिसमें किसी भी टीम की जीत सुनिश्चित नहीं मानी जा सकती है। सुनील गावस्कर हो या सौरव गांगुली, इस खेल की समझ रखने वाला प्रत्येक व्यक्ति यह अच्छी तरह से समझता है कि इस प्रारूप में दो टीमों के बीच अंतर बहुत कम होता है और कोई भी एक खिलाड़ी अपनी टीम को जीत दिला सकता है।
यह खिलाड़ी कोहली भी हो सकता है जो कि इस मैच से फॉर्म में वापसी करने के लिये प्रतिबद्ध होंगे। यह खिलाड़ी शाहीन शाह अफरीदी भी हो सकता है जो भारतीय शीर्ष क्रम पर हावी होने की कोशिश करेगा। यह मोहम्मद रिजवान या मोहम्मद शमी या फिर सूर्यकुमार यादव कोई भी हो सकता है।
खिलाड़ी भले ही कहते रहे हैं कि यह उनके लिये एक अन्य मैच की तरह है लेकिन इस बात को वे भी अच्छी तरह से जानते हैं कि प्रौद्योगिकी के इस जमाने में उनका लचर प्रदर्शन वर्षों तक उन्हें सालता रहेगा।
चयनसमिति के वर्तमान अध्यक्ष चेतन शर्मा से बेहतर भला इसे कौन जानता होगा जिनकी आखिरी गेंद पर 35 साल पहले जावेद मियादाद ने विजयी छक्का लगाया था। लेकिन तब से क्रिकेट काफी बदल चुका है और अब भारत क्रिकेट की सबसे मजबूत ताकत बन गया है जिसके पास कई अच्छे खिलाड़ी हैं।
विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह जैसे क्रिकेटर पिछले मैचों के सहारे आगे बढ़ने या किसी तरह के दबाव में आने वाले खिलाड़ियों में शामिल नहीं हैं।
भारत की तुलना में पाकिस्तान पर अधिक दबाव होगा। शाहीन अफरीदी, रिजवान, हारिस रऊफ और बाबर जैसे खिलाड़ियों पर न सिर्फ एक विश्वस्तरीय टीम के खिलाफ विश्व कप से जुड़ा मिथक तोड़ने की जिम्मेदारी है बल्कि उन्हें पाकिस्तान को लेकर क्रिकेट जगत की धारणा भी बदलनी होगी जिसके कारण इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने हाल में अपना पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया था।
पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान क्रिकेट पर अस्तित्व का संकट मंडरा रहा है और ऐसे में भारत के खिलाफ मैच उसमें कुछ जीवन भर सकता है लेकिन यह आसान नहीं होगा। भारतीय खिलाड़ी यूएई में इंडियन प्रीमियर लीग में खेलकर इस टूर्नामेंट में उतर रहे हैं जबकि पाकिस्तान अपनी घरेलू श्रृंखलाएं यहां खेलता रहा है।
भारतीय बल्लेबाजी का मजबूत पक्ष उसके शीर्ष क्रम के पांच बल्लेबाज रोहित, केएल राहुल, कोहली, सूर्यकुमार और ऋषभ पंत हैं। यह ऐसा बल्लेबाजी क्रम है जो अफरीदी, रऊफ, हसन, इमाद वसीम, शादाब खान के धुर्रे उड़ा सकता है।यदि हार्दिक पंड्या केवल बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं तो भारत की परेशानी छठे गेंदबाज को लेकर होगी।
गेंदबाजी विभाग में बुमराह, शमी, रविंद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती का चुना जाना तय है। भुवनेश्वर कुमार के अनुभव से उन्हें शार्दुल ठाकुर पर प्राथमिकता मिल सकती है। यदि अतिरिक्त स्पिनर रखना हो तो रविचंद्रन अश्विन को राहुल चाहर पर प्राथमिकता मिलेगी। भारतीय टीम प्रबंधन हालांकि कुछ चौंकाने वाले चयन भी कर सकता है।
जहां तक पाकिस्तान की बात है तो उसका मुख्य खिलाड़ी कप्तान बाबर हैं जो तीनों प्रारूपों में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्हें गेंदबाजी में शाहीन अफरीदी से उचित सहयोग की दरकार रहेगी।
बायें हाथ के स्पिनर इमाद का यूएई में शानदार रिकार्ड रहा है और ऐसे में वह भारतीय मध्यक्रम के लिये परेशानी खड़ी कर सकते हैं। अनुभवी शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज भी भारत से बदला लेने के लिये बेताब होंगे।
टीमें इस प्रकार हैं :भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, ईशान किशन, शार्दुल ठाकुर, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर
पाकिस्तान : बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान, फखर जमां, मोहम्मद हफीज, शोएब मलिक, हसन अली, हारिस रऊफ, शाहीन शाह अफरीदी, इमाद वसीम, शादाब खान, मोहम्मद नवाज, आसिफ अली, हैदर अली, सरफराज अहमद, मोहम्मद वसीम, सोहैब मकसूद।
मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा।