Last Modified: बर्नबरी ,
बुधवार, 2 नवंबर 2011 (01:49 IST)
हॉकी में भारत ने पाकिस्तान से ड्रॉ खेला
भारत ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए मंगलवार को यहां पाकिस्तान से 1-1 से ड्रॉ खेला लेकिन टीम तीन देशों के हाकी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह नहीं बना सकी। पाकिस्तान ने बेहतर गोल अंतर के आधार पर फाइनल में जगह बनाई, जहां उसका सामना मेजबान ऑस्ट्रेलिया से होगा।
भारत को फाइनल में जगह बनाने के लिए हर हाल में जीत दर्ज करनी थी लेकिन टीम ऐसा नहीं कर सकी टीम को कांस्य पदक के लिए अब ऑस्ट्रेलिया 'ए' का सामना करना होगा। पाकिस्तान का गोल अंतर माइनस छह जबकि भारत का माइनस आठ था।
पाकिस्तान को शुरुआत में ही गोल गंवाने के बाद युवा युवराज वाल्मिकी ने 26वें मिनट में टीम को बराबरी दिलाई। भारत ने कई मौके बनाये लेकिन फारवर्ड इन्हें गोल में तब्दील नहीं कर पाए। पाकिस्तान ने दूसरे मिनट में ही बढ़त बना ली जब भारतीय डिफेंस ने विरोधी टीम को आसान पेनल्टी कॉर्नर दे दिया।
अनुभवी सोहेल अब्बास ने अपने कौशल का बेजोड़ नमूना पेश करते हुए दमदार ड्रैग फ्लिक को गोलकीपर कप्तान भरत छेत्री के दायीं ओर से गोल में पहुंचा दिया।
संदीप सिंह को भारत को बराबरी दिलाने का मौका मिला लेकिन वह सातवें और आठवें मिनट में मिले पहले दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील नहीं कर पाए। पाकिस्तान के गोलकीपर इमरान शाह ने उनके हमलों को नाकाम किया। भारत को चार और पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन संदीप इनमें से एक का भी फायदा नहीं उठा पाए। दूसरी तरफ पाकिस्तान भी पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में विफल रहा।
पहला गोल गंवाने के बाद भारतीय कप्तान भरत छेत्री और सरदार सिंह ने सोहेल के सभी प्रयासों को नाकाम किया। भारत ने अंतिम पांच मिनट में कई मौके बनाए लेकिन इमरान मोहम्मद और इरफान मोहम्मद के डिफेंस को नहीं भेद पाए।
भारत के मुख्य कोच माइकल नोब्स भी फारवर्ड पंक्ति के गोल करने में नाकाम रहने पर नाराज दिखे। उन्होंने कहा इस मैच में हमारे फारवर्ड ने हमें निराश किया। उनसे इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी। अगर हम मौके बनाते हैं और खिलाड़ी इसे गोल में नहीं बदल पाते तो सब कुछ बर्बाद है। हमारी फारवर्ड पंक्ति को बेहतर करने के लिए मुझे कड़े कदम उठाने होंगे। (भाषा)