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Written By वार्ता
Last Modified: जोहानसबर्ग , शुक्रवार, 25 जून 2010 (20:03 IST)

द. कोरिया और जापान ने दोहराया इतिहास

FIFA WORLD CUP 2010 | FIFA WORLD CUP News | FIFA Football WORLD CUP | द. कोरिया और जापान ने दोहराया इतिहास
वर्ष 2002 में हुए विश्व कप फुटबॉल में दक्षिण कोरिया और जापान संयुक्त मेजबान थे और दोनों ही ग्रुप चरण से नाकआउट दौर में पहुँचने में सफल रहे थे। हालाँकि दक्षिण कोरिया उस समय सेमीफाइनल तक पहुँचा था। उसके आठ वर्ष बाद दोनों टीमों ने दक्षिण अफ्रीका की धरती पर एक बार फिर वही इतिहास दोहरा दिया है।

एशिया से चार टीमें दक्षिण कोरिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया और उत्तर कोरिया विश्व कप में उतरी थीं, जिनमें से दक्षिण कोरिया और जापान नाकआउट दौर में पहुँच चुके हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया और उत्तर कोरिया को पहले दौर में ही बाहर होना पड़ा है।

दक्षिण कोरिया के ग्रुप 'बी' में अर्जेंटीना, यूनान और नाइजीरिया जैसी सशक्त टीमें शामिल थी जबकि जापान के ग्रुप में हॉलैंड. डेनमार्क और कैमरून जैसी मजबूत टीमें थी। दक्षिण कोरिया ने अपने पहले मैच में पूर्व यूरो चैंपियन यूनान को 2-0 से हराकर तहलका मचा दिया था और उसे इसी जीत का अंततः फायदा मिला।

हालाँकि उसे अर्जेंटीना से 1-4 से पराजय झेलनी पड़ी थी लेकिन नाइजीरिया के खिलाफड्रॉ ने दक्षिण कोरिया को ग्रुप बी अर्जेंटीना के बाद दूसरा स्थान दिला दिया। दक्षिण कोरिया का अब नाकआउट दौर में शनिवार को दो बार के पूर्व चैंपियन उरुग्वे से पोर्ट एलिजाबेथ में मुकाबला होगा।

जापान ने अपने ग्रुप 'ई' में अप्रत्याशित रूप से हॉलैंड के बाद दूसरा स्थान हासिल किया। जापान को अपने ग्रुप में सिर्फ हॉलैंड से पराजय झेलनी पड़ी जबकि उसने डेनमार्क और कैमरून जैसी मजबूत टीमों को हराया। यूरोप की बेहद संतुलित टीम मानी जाने वाली डेनमार्क के खिलाफ जापान की 3-1 की जीत वाकई हैरतअंगेज थी। नाकआउट दौर में जापान का मुकाबला 29 जून को पराग्वे से प्रिटोरिया में होगा।

वर्ष 2002 में अपनी संयुक्त मेजबानी में दक्षिण कोरिया और जापान दोनों ही पहले दौर की बाधा पार करने में सफल रहे थे। उस समय दक्षिण कोरिया के ग्रुप 'डी' में अमेरिका, पुर्तगाल और पोलैंड जैसी मजबूत टीमें थी। कोरिया ने पोलैंड को 2-0 से हराने के बाद अमरीका से 1-1 का ड्रॉ खेला था। उसके बाद कोरिया ने पुर्तगाल को 1-0 से हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था।

जापान ग्रुप एच में बेल्जियम. रूस और ट्यूनिशिया जैसी टीमों की मौजूदगी में शीर्ष स्थान पर रहा था। जापान ने बेल्जियम के साथ 2-2 का ड्रॉ खेला था, रूस को 1-0 से हराया था और ट्यूनिशिया को 2-0 से मात दी थी।

अंतिम 16 के नाकआउट दौर में दक्षिण कोरिया ने इटली जैसी मजबूत टीम को 2-1 से पराजित कर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था लेकिन जापान को तुर्की के हाथों 1-0 की पराजय का सामना करना पड़ा था। दक्षिण कोरिया ने क्वार्टर फाइनल में गोलरहित ड्रॉ खेलने के बाद पेनल्टी शूटआउट में यूरोपीय दिग्गज स्पेन को 5-3 से पराजित किया था।

हालाँकि सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया के स्वप्निल अभियान को जर्मनी ने 1-0 से थाम लिया था। दक्षिण अफ्रीका की धरती पर ये दोनों एशियाई टीमें नाकआउट दौर में ताल ठोकने के लिए तैयार हो चुकी हैं। अब बस इंतजार है कि इनमें से कौन सी टीम उलटफेर करते हुए विश्व कप में आगे तक पहुँचती है। (भाषा)