सुनील छेत्री ने कहा, वे दिल्ली में फुटबॉल के विकास के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे
नई दिल्ली। भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा गोल करने वाले दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री ने कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी में इस खेल के विकास में सहयोग देने के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे। पद्मश्री पुरस्कार पाने वाले 34 साल के इस खिलाड़ी को यहां इस खेल का संचालन करने वाले फुटबॉल दिल्ली ने पहले फुटबॉल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया।
छेत्री ने कहा कि मैं फुटबॉल दिल्ली के इस सम्मान और 'फुटबॉल रत्न' पुरस्कार पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। मैं दिल्ली में फुटबॉल के विकास के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगा। मुझे यकीन है कि वर्तमान प्रबंधन दिल्ली में फुटबॉल के विकास के लिए मेहनत कर रहा है और उम्मीद है कि दिल्ली देश के दूसरे राज्यों के लिए आदर्श बनेगा। फुटबॉल दिल्ली के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन ने छेत्री को यह पुरस्कार प्रदान किया।
पूर्व खिलाड़ी प्रभाकरन अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ और फीफा के प्रतिनिधि भी हैं। उन्होंने कहा कि हम सुनील (छेत्री) की शानदार उपलब्धियों से प्रेरित हैं। उनका खेल के प्रति पेशेवर रवैया, समर्पण, अनुशासन और जुनून न सिर्फ फुटबॉल बिरादरी, बल्कि हर भारतीय के लिए बड़ा सपना देखने और जीवन में कुछ शानदार हासिल करने का एक उदाहरण है।
इस मौके पर फुटबॉल दिल्ली ने राज्य के युवा खिलाड़ी शुभम सारंगी को भी सम्मानित किया। शुभम आईएसएल की दिल्ली डायनामोज टीम के खिलाड़ी है। वे 12 साल की उम्र से एआईएफएफ युवा अकादमी का हिस्सा हैं और उन्होंने अंडर-14 और अंडर-17 युवा राष्ट्रीय टीमों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। (भाषा)