भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने मैच विजयी प्रदर्शन किया, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। मैच में दागे दो शानदार गोलों सहित कुल चार गोलों के साथ वह टूर्नामेंट के इस सीजन में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी भी बने। ये दो गोल उन्हें ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले से भी आगे ले गए। वह अब अंतरराष्ट्रीय गोल करने के मामले में दिग्गज फुटबॉलर अर्जेंटीना के लियोनेल मेस्सी से महज एक गोल पीछे हैं। मेस्सी के नाम जहां 80 अंतरराष्ट्रीय गोल हैं, वहीं इन दो गोलों के साथ छेत्री के अंतरराष्ट्रीय गोलों की संख्या 79 हो गई है।
मैच की बात करें तो फॉरवर्ड मनवीर सिंह द्वारा 33वें मिनट में किए गए गोल के सहारे भारत ने मैच में बढ़त ली। हालांकि विपक्षी टीम के स्ट्राइकर हमजा मोहम्मद के एक शॉट पर भारतीय डिफेंडर प्रीतम कोटल की चुनौती के बाद 45वें मिनट में मिली पेनल्टी ने मालदीव को बराबरी करने का मौका दिया और मालदीव के कप्तान एवं फॉरवर्ड अली अशफाक ने इस मौके को न गंवाते हुए गोल दागा और 1-1 से स्कोर बराबर कर दिया।

इसके बाद दूसरे हाफ में भारतीय कप्तान छेत्री ने शानदार खेल दिखाया और 62वें मिनट में शानदार वॉली के जरिए गोल करके टीम को फिर से बढ़त दिला दी। वह यहीं नहीं रुके और 71वें मिनट में एक और गोल के साथ अपने गोल की संख्या को दोगुना किया। उन्होंने कोटल के क्रास को सामने वाली टीम के गोलपोस्ट में पहुंचाया।
मैच में कई खिलाड़ियों को रेड कार्ड और येलो कार्ड थमाया गया। भारतीय डिफेंडर राहुल भेके और लेफ्ट बैक मंदार राव देसाई को येलो कार्ड, जबकि लेफ्ट बैक सुभाषिश बोस को येलो और रेड कार्ड दोनों दिए गए, हालांकि सुभाषिश बोस को मैच के अंत में वापस मैदान पर आने की अनुमति दे दी गई। वह तीन मिनट के अतिरिक्त समय में मैदान पर उतरे।
उल्लेखनीय है कि भारत सैफ चैंपियनशिप के इस संस्करण में अब तक अपराजित रहा है। उसने अपने पहले दो मैचों में बंगलादेश और श्रीलंकाई फुटबॉल टीम के साथ ड्रॉ खेला था और फिर तीसरे मैच में नेपाल को 1-0 से हराया था। भारतीय टीम अब अपना आठवां सैफ चैंपियनशिप खिताब जीतने के मकसद से यहां आगामी रविवार को फाइनल में नेपाल से भिड़ेगी, जो पहली बार सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा है।

इस साल के टूर्नामेंट को अंतिम स्थान के लिए राउंड-रॉबिन प्रारूप में बदल दिया गया था, क्योंकि पाकिस्तान को फुटबॉल के विश्व निकाय फीफा द्वारा निलंबित कर दिया गया था और भूटान ने अपने खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट में खेलाने से इनकार कर दिया था।
भारत के युवा स्ट्राइकर फारूख चोटिल, टीम ने मालदीव की जीत उन्हें समर्पित की
घुटने की अंदरूनी चोट के कारण भारतीय स्ट्राइकर फारूख चौधरी सैफ चैंपियनशिप में आगे नहीं खेल पाएंगे और ऐसे में टीम ने मालदीव के खिलाफ जीत को इस युवा फुटबॉलर को समर्पित किया।
भारत ने बुधवार को सुनील छेत्री के दो गोल की मदद से मालदीव को 3-1 से हराया। इस दौरान टीम ने 24 वर्षीय चौधरी को याद किया जो नेपाल के खिलाफ मैच के दौरान चोटिल हो गये थे जिससे वह चैंपियनशिप से बाहर हो गये। उन्होंने भारत की तरफ से अभी तक 14 मैच खेले हैं।
पूरी टीम ने चौधरी की जर्सी के साथ तस्वीर खिंचवाई। वे कह रहे थे कि, हम तुम्हें बहुत चाहते हैं फारूख। टीम ने पूरे मैच के दौरान बेंच पर उनकी जर्सी नंबर 12 रखी हुई थी। गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने यहां तक कि मैच के बाद इंटरव्यू के दौरान यह जर्सी पहनी हुई थी।
गुरप्रीत ने कहा, यह फारूख के लिये है। दुर्भाग्य से वह बुरी तरह चोटिल हो गया है और उसने नेपाल के खिलाफ अच्छा खेल दिखाया था। यह दुखद है कि वह बाहर हो गया है। हम इसे फारूख को समर्पित करना चाहते हैं।
.@manvir_singh07 and Apuia are elated
— Indian Football Team (@IndianFootball) October 14, 2021
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