सफल स्ट्राइकर होने के लिए ‘छठी इंद्री’ का होना जरूरी : भूटिया
नई दिल्ली। महान भारतीय फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने कहा कि सभी स्ट्राइकरों को नियमित रूप से गोल करने के सही मौके तलाशने के लिए ‘छठी इंद्री’ को विकसित करना होगा। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) टेलीविजन से बात करते हुए भूटिया ने कहा कि स्ट्राइकर तभी सफल हो सकता है जब वह गोल करने के मौके को सही तरीके से परख सके।
भारत के लिए 100 मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी बनने वाले भूटिया ने कहा, ‘यह उस छठी इंद्री के बारे में है। आपको यह पता करने की जरूरत है कि मौका कहा से बन रहा है। दुनिया के सबसे अच्छे स्ट्राइकरों में यह समझदारी हैं।’
इस 43 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘आपको स्थितियों को पढ़ने आना चाहिए। जब तक आप अपनी छठी इंद्री विकसित नहीं करते, आप एक सफल स्ट्राइकर नहीं होंगे।’
भारत के लिए 104 मैचों में 40 गोल करने वाले भूटिया ने कहा, ‘आप 10 मौके में से एक या दो बार ही गोल करने में सफल होते है ऐसे में आपको जो भी मौका मिले उसमें पूरा जोर लगाना होता है।’ (भाषा)