प्योंगयोंग। अमेरिका के सत्रह वर्षीय स्नोबोर्डर रेड गेरार्ड ने आज यहां प्योंगचांग शीतकालीन ओलंपिक में अमेरिका को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। गेरार्ड इन खेलों में इस शताब्दी (साल 2000 से) में जन्म लेने वाले पहले पदक विजेता बने।
29 जुलाई 2000 को जन्में गेरार्ड शीतकालीन ओलंपिक के दूसरे सबसे युवा पदक विजेता हैं। इस युवा खिलाड़ी ने स्लोपस्टाइल में अंतिम प्रयास में 87.16 अंक के साथ स्नोबोर्ड लैंड कर पहला स्थान हासिल किया। इस तरह उन्होंने कनाडा के मैक्स पैरट और मार्क मैकमोरिस को पीछे छोड़ा, जिन्होंने क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपनी झोली में डाले। मैकमोरिस ने जीवटता का परिचय देते हुए कांस्य पदक जीता।
पिछले साल स्नोबोर्डिंग दुर्घटना में उनकी 17 हड्डियां टूट गयी थी और फेफड़ों में काफी चोट आयी थी। मौत को मात देकर उन्हों खेल में शानदार वापसी की। मैकमोरिस ने चार साल पहले सोच्ची में भी कांस्य पदक जीता था, जिससे यह उनका दूसरा कांसा रहा।
पुरुषों की स्कीआथलॉन में नार्वे के सिमेन हेगस्टाड क्रुइगेर ने स्वर्ण पदक जीता। स्पर्धा की शुरूआत में लड़खड़ा कर गिरने वाले क्रुइगेर ने शानदार वापसी की। पुरुषों के 5000 मीटर स्पीड स्केटिंग में अपना दबदबा कायम रखते हुए नीदरलैंड के स्वेन क्रामेर ने लगातार तीसरा स्वर्ण जीता। 10 किलोमीटर स्प्रिंट बियाथलॉन में जर्मनी के अर्नड पीफ्फर ने फ्रांस के मार्टिन फोरकाडे को पछाड़ कर स्वर्ण आपने नाम किया।
शिवा केशवन 34 वें स्थान पर रहे : छठी बार शीतकालीन ओलंपिक में उतरे भारतीय ल्यूज एथलीट शिवा केशवन की चुनौती रविवार को समाप्त हो गई और वह पुरुष एकल ल्यूज स्पर्धा में 34वें स्थान पर रहे। 36 साल के केशवन का यह आखिरी ओलंपिक था और वह शनिवार को दो राउंड की हीट के बाद वह 34वें स्थान पर रहे थे।
केशवन पहली हीट के बाद 36वें स्थान पर थे लेकिन दूसरी में बेहतर प्रदर्शन करके 31वें स्थान पर रहे। हालांकि रविवार को तीसरी हीट के बाद भी 34वें स्थान पर रहे। शिवा ने अपनी स्पर्धा जब शुरू की तो वह दीवार से टकरा गए।
लेकिन इससे उबरते हुए उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और तीसरी दौड़ के बाद वह अंतत: 34वें स्थान पर रहे। शिवा ने चार में से तीन दौड़ों के लिए ओवरऑल 2:28.188 सेकंड का समय निकाला और 40 ल्यूजर्स के बीच वह 34वें स्थान पर रहे।
ऑस्ट्रिया के डेविड ने ल्यूज में जीता सोना : ऑस्ट्रिया के डेविड ग्लीश्चर ने पुरुष एकल के ल्यूज स्पर्धा में रविवार को स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। इसी स्पर्धा में अमेरिका के ल्यूगर क्रिस मॉर्ड्जर ने रजत जबकि जर्मनी के जोहानस लुडविग ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
हॉलैंड के क्रेमर को 5000 मी. में तीसरा ओलंपिक स्वर्ण : हॉलैंड के स्पीड स्केटर स्वेन क्रेमर ने रविवार को लगातार तीसरे शीतकालीन ओलंपिक खेलों में यहां 5000 मीटर रेस में स्वर्ण पदक की हैट्रिक लगाते हुए रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया।
पुरुषों की स्पीड स्केटिंग में 5000 मीटर स्पर्धा में क्रेमर ने ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए छह मिनट 09.76 सेकंड का समय लेकर ओलंपिक स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वह एक ही स्पर्धा में लगातार तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले दुनिया के पहले एथलीट बन गए हैं। कनाडा के टेड जान ब्लोमैन फोटो फिनिश से रजत पर पिछड़ गए और नोर्वे के स्वेरे लुंडे पेडर्सन को कांस्य पदक मिला।
ब्लोमैन 5000 मी. में ओलंपिक पदक जीतने वाले वर्ष 1932 के बाद कनाडा के पहले खिलाड़ी हैं। उनसे पूर्व लेक प्लेसिड में विलियम लेागन ने कांस्य जीता था। 31 वर्षीय क्रेमर ने वर्ष 2006 तुरिन ओलंपिक खेलों में 5000 मीटर में रजत पदक जीता था। लेकिन इसके बाद वैंकूवर और फिर सोच्चि ओलंपिक में उन्होंने इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और गांगनियूंग में भी उन्होंने स्वर्ण अपने नाम कर लिया।
हॉलैंड के खिलाड़ी इसी के साथ एक ही स्पर्धा में चार ओलंपिक पदक जीतने वाले दुनिया के दूसरे पुरुष स्पीड स्केटर भी बन गए हैं। क्रेमर से आगे उनके हमवतन बॉब डी जोंग हैं, जिनके नाम पुरुषों की 10 हजार मीटर स्पर्धा में चार पदक दर्ज हैं।
फ्रांस की लाफोंट ने स्वर्ण जीता : फ्रांस की पेरीन लाफोंट ने महिलाओं की मोगुल्स स्पर्धा में रविवार को स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। लाफोंट ने 2014 की चैंपियन कनाडा की जस्टिन डुफर लापोंटे और कजाखिस्तान की यूलिया गेलीशेवा को पछाड़कर पहला स्थान हासिल किया। लापोंटे और गेलीशेवा ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते।