राजनीतिज्ञ बनने के बावजूद ओलंपिक की तैयारियों पर पूरा ध्यान देगी साइना
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर राजनीति में कदम रखने वाली स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल टोक्यो ओलंपिक खेलों की अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
साइना बुधवार को भाजपा से जुड़ी। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता का राजनीति में प्रवेश हैरानी भरा हो सकता है लेकिन यह उनकी ओलंपिक तैयारियों में रोड़ा नहीं बनेगा।
साइना के पिता हरवीर सिंह ने कहा, ‘उसे ओलंपिक की तैयारियां जारी रखनी चाहिए क्योंकि वह अलग क्षेत्र है। ईश्वर ने चाहा तो वह क्वालीफाई करेगी। लेकिन जब भी पार्टी को प्रचार या अन्य किसी काम के लिए उसकी सेवाओं की जरूरत पड़ेगी तो वह अपना सहयोग दे सकती है।’
उन्होंने कहा, ‘ऐसा कोई कड़ा नियम नहीं है कि वह ऐसा नहीं कर सकती है। उन्होंने उसे पार्टी में शामिल किया है और अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए कहा है।’
साइना के पास हालांकि लगातार चौथे ओलंपिक में जगह बनाने के लिए अब बहुत कम समय बचा है। बीडब्ल्यूएफ ओलंपिक क्वालीफिकेशन नियमों के अनुसार प्रत्येक एकल वर्ग में प्रत्येक देश से केवल दो खिलाड़ी ही क्वालीफाई कर सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें अप्रैल के अंत में जारी होने वाली रैंकिंग में शीर्ष 16 में रहना होगा।
साइना ने जनवरी 2019 में इंडोनेशिया मास्टर्स के बाद कोई टूर्नामेंट नहीं जीता है। उन्होंने जो पिछले 14 टूर्नामेंट खेले उनमें से केवल छह में पहले दौर से आगे बढ़ पायी थी। इससे वह बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में 18वें स्थान पर खिसक गयी जबकि उनकी ओलंपिक क्वालीफिकेशन रैंकिंग 22 है।