Military World Games में चीनी टीम कर रही थी चीटिंग, प्रतियोगिता से बाहर
बीजिंग। मिलिट्री वर्ल्ड गेम्स (Military World Games) के दौरान चीन की टीम को चीटिंग करते पाया गया है। चीन की टीम की धोखाधड़ी के कारण उसे प्रतियोगिता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया। चीन की टीम ओरिएंटियरिंग चैलेंज (रास्ता खोजने की प्रतियोगिता) में सही रास्ता खोजने में अफसल रही थी। इसके बाद चीनी टीम ने गोपनीय रास्तों और चिह्नों का इस्तेमाल किया। चीन के वुहान में प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
क्या है प्रतियोगिता : ओरिएंटियरिंग चैलेंज एक मध्यम दूरी की प्रतियोगिता है। इसमें प्रतियोगी टीम को दुर्जन इलाकों में नक्शे की मदद से रास्ता खोजना होता है। इसे सबसे कम समय में पार करने वाली टीम विजेता घोषित की जाती है। चीन की टीम ने नक्शे की मदद से रास्ता खोजने में नाकाम रहने पर अमान्य तरीके का प्रयोग किया।
मिलिट्री वर्ल्ड गेम्स हर 4 साल में दुनियाभर के सैन्य एथलीटों को एक साथ लाते हैं। इस बार प्रतियोगिता के आयोजक चीन ने खेलों के लिए 10,000 सैनिकों, कोच और अधिकारियों की मेजबानी के लिए वुहान में खेलगांव का निर्माण किया है, 18 अक्टूबर को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इसका उद्घाटन किया था।
ऐसे सामने आई चीन की कारगुजारी : चीन की टीम इस प्रतियोगिता के कुछ हिस्सों में टॉप पर रही थी, लेकिन जांच में चीनी टीम की कारगुजारी सामने आई।
इंटरनेशनल ओरिएंटियरिंग फेडरेशन (आईओएफ) ने कहा कि चीन की टीम के लिए कई तरह के पहचान चिह्न बनाए गए थे और खास तौर पर छोटे रास्ते तैयार किए गए थे। इसकी जानकारी केवल उन्हें ही थी।
महिलाओं और पुरुषों की सम्मिलित टीम में शामिल सभी प्रतियोगी चीनी सेना में कार्यरत सैनिक हैं। मामले का खुलासा होने के बाद चीन के रक्षा मंत्रालय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी खेलों की संयुक्त आयोजक है।
पहले भी चीटिंग कर चुका है चीन : ओरिएंटियरिंग अकेला ऐसा खेल नहीं है। इसमें चीन की टीम ने घालमेल किया है। इससे पहले मैराथन के दौरान भी चीनी एथलीट ने इसी तरह धोखेबाजी की थी।
मार्च में हाफ मैराथन में एक चीनी महिला ने दौड़ने की जगह साइकल का इस्तेमाल किया, तो वहीं दर्जनों चीनी एथलीटों ने इसके लिए शॉर्टकट लिए थे। इसी वर्ष बोस्टन मैराथन में नियम तोड़ने के लिए 3 चीनी धावकों पर आजीवन बैन लगा दिया गया।