पणजी। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के इतिहास में इलानो ब्लूमर और स्टीवेन मेंडोजा की चेन्नइयन एफसी, पिछले सीजन में मार्सेलिन्हो के नेतृत्व वाली दिल्ली डायनामोज, व्हाइट पेले के नाम से मशहूर जिको की एफसी गोवा कुछ शानदार टीमें रही हैं। लेकिन इस सीजन सर्जियो लोबेरा की गोवा ने इन सभी टीमों को पीछे छोड़ दिया है। इस टीम ने प्रति मैच 2.33 की औसत से गोल किए हैं।
एफसी गोवा ने अपने शुरुआती 9 मैचों में 22 गोल किए थे, इसके बाद उसे बुरे दौर का सामना करना पड़ा लेकिन इस टीम ने खुद को बेहतरीन तरीके से संभालते हुए वापसी की और आखिरी के 3 मैचों में 12 गोल किए वहीं सिर्फ 1 गोल खाया।
अगर देखा जाए तो पिछले सीजन सबसे ज्यादा गोल करने वाली दिल्ली ने 14 मैचों में 27 गोल किए थे। इससे सबसे ज्यादा खुशी ला मासिया के पूर्व कोच लोबेरा को होगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की स्कोरिंग से मैं बेहद खुश हूं, क्योंकि यह बताती है कि हम किस तरह की फुटबॉल का प्रदर्शन करना चाहते हैं। जब मैं पहली बार यहां आया तो मैंने कहा था कि मैं आक्रामक फुटबॉल खेलना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि ऐसा ही हुआ है और हम उन टीमों में शामिल हैं, जो गोल कर सकती हैं। हालांकि इसमें एक शक है कि गोवा का यह फॉर्म फेरान कोरोमिनास और मैनुएल लैंजारोते के दम पर है। दोनों ने मिलकर 30 गोल किए हैं, लेकिन क्लब इन दोनों से काफी ऊपर है।
लोबेरा ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि सिर्फ 2 खिलाड़ी लीग में किसी टीम का भाग्य बना सकते हैं। ऐसे खिलाड़ी हमेशा मौजूद रहते हैं जिनका नाम स्कोर शीट पर रहता है और यह अच्छी बात है कि वे ऐसा कर पाने में सक्षम हैं, लेकिन परिणाम हमेशा संयुक्त प्रयास से आते हैं।
लोबेरा ने सीजन की शुरुआत में ही कह दिया था कि वे बार्सिलोना की मानसिकता के साथ फुटबॉल खेलना पसंद करेंगे। यह वह क्लब है जिसने उनके अंदर आक्रामक फुटबॉल खेलने का बीज बोया, लेकिन यह सिर्फ आक्रामक खेलने की बात नहीं है, इसके साथ ही मिडफील्ड पर नियंत्रण रखना बेहद जरूरी है। गोवा ने हर मैच में औसतन सबसे ज्यादा पास दिए हैं, एक मैच में सबसे ज्यादा शॉट गोल पर दागे हैं, साथ ही उसके नाम एक मैच में सबसे ज्यादा टच भी हैं।
लोबेरा ने कहा कि हम चाहते हैं कि दर्शक रोचक और आक्रामक फुटबॉल देखें। हम चाहते हैं कि वे भावुक तौर पर तैयार रहें और इस खूबसूरत खेल का लुत्फ उठाएं। जब रैफरी सीटी बजाए तो हम इस बात से खुश होना नहीं चाहते कि हमने अंक बचा लिए बल्कि हमें इस बात से खुशी मिलेगी कि प्रशंसकों को अच्छी फुटबॉल देखने को मिले।
लोबेरा ने कहा कि मेरा मानना है फुटबॉल का अच्छा मैच सभी के लिए अच्छा होता है। मुझे भरोसा है कि 90 मिनट तक फुटबॉल देखने के बाद प्रशंसक खुश होकर घर जाएंगे। इस आक्रामक फुटबॉल का मतलब है कि इसमें गोल खाने का जोखिम भी होगा। इसका एक और पहलू भी है।
लोबेरा की टीम ने अभी तक 28 गोल खाए हैं। यह लीग की शीर्ष 6 टीमों में किसी भी टीम द्वारा खाए जाने वाले सबसे ज्यादा गोल हैं। स्पेन का यह दिग्गज क्लीनशीट की अहमियत को समझते हैं लेकिन उनकी टीम अगर अपनी विपक्षी टीम से ज्यादा गोल करती है तो वे खुश होंगे। (वार्ता)