प्रतिष्ठा और आठवें स्थान के लिए एटीके को हराने उतरेगी डायनामोज
नई दिल्ली। प्लेआफ की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी दिल्ली डायनामोज की टीम कल यहां जब दो बार की चैंपियन एटीके का सामना करेगी तो उसका लक्ष्य अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ रहे इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में अंक तालिका में आठवां स्थान हासिल करके कुछ सम्मान अर्जित करने पर होगी।
एफसी गोवा के साथ हुए अंतिम मुकाबले से पहले तक दिल्ली की टीम तालिका में सबसे निचले पायदान पर थी लेकिन इस मैच में ड्रा खेलने के बाद अब वह नौवें स्थान पर है। उसकी नजर आठवें स्थान पर है, जहां अभी एटीके काबिज है। एटीके भी प्लेआफ की दौड़ से बाहर हो गया है, लिहाजा उसका प्रयास में भी सम्मानजनक स्थान के साथ लीग की समाप्ति करना है।
दिल्ली के कोच मिग्वेल एंजेल पुर्तगाल ने मैच पूर्व संध्या पर कहा गोवा के खिलाफ हम जीत के लिए खेले थे। जैसा की मैंने पहले भी कहा था कि हम सम्मानजनक स्थिति में रहते हुए चौथे सीजन का समापन करना चाहते हैं। यह हम अपने तथा अपने अध्यक्ष के लिए करना चाहते हैं। ऐसे में हमें हर हाल में बाकी बचे मैचों से तीन अंक चाहिए। दिल्ली की टीम पिछले तीन मैचों में हारी नहीं है।
उसने चेन्नईयिन एफसी को बराबरी पर रोका और फिर नार्थईस्ट युनाइटेड को हराया तथा इसके बाद अपने अंतिम मैच में गोवा को बराबरी पर रोकते हुए उसे मुश्किल में डाला। दिल्ली ने अगर शनिवार को एटीके को हरा दिया तो उसके 16 मैचों से 15 अंक हो जाएंगे और वह 15 मैचों से 13 अंक जुटाने वाले एटीके से आगे निकल जाएगा। दो बार की इस चैम्पियन के लिए यह सीजन काफी असहज रहा है।
बीते तीन साल में दो बार खिताब जीतने वाली एटीके इस साल सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाई। एटीके के कोच टेडी शेरिंघम ने लीग के बीच में ही इस्तीफा दे दिया था और इस क्लब ने अपने अंतरिम कोच एश्ले वेस्टवुड की देखरेख में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। वेस्टवुड बीते पांच मैचों से टीम को देख रहे हैं और इनमें टीम को एक भी जीत नहीं मिली है।
असल में वेस्टवुड के कमान संभालने के बाद एटीके ने पांच में से चार मैच गंवाए हैं और इस दौरान उसे केरल ब्लास्टर्स के खिलाफ ड्रा मैच से एक अंक मिला। वेस्टवुड ने कहा हमें गोल खाने से बचना होगा। हमारा आक्रमण अच्छा है। अब हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है, लिहाजा हम अधिक से अधिक मैच जीतने का प्रयास करेंगे। ऐसे में हम अगले मैच में आक्रामक तरीके से हमला करेंगे।
वेस्टवुड चाहते हैं कि उनकी देखरेख में टीम की हार का सिलसिला रुके और पहली जीत नसीब हो। उनकी टीम को हालांकि कई विदेशी खिलाड़ियों के चोटिल होने से नुकसान हुआ है लेकिन इसके बावजूद वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि उनकी टीम पूरे अंक हासिल करने में सफल रहेगी। (भाषा)