कोलंबो। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 3-0 और वनडे में 5-0 की जबरदस्त क्लीन स्वीप के बाद भारतीय क्रिकेट टीम बुधवार को एकमात्र टी-20 मैच में जीत के साथ अपने दौरे का सुखद और विजयी समापन करने के लिए उतरेगी।
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम श्रीलंका दौरे में अपराजेय रही है और उसने साबित कर दिया कि मेज़बान टीम खेल के किसी भी विभाग में उसके निकट नहीं पहुंच सकी। अब टीम अपने करीब दो महीने तक चले लंबे श्रीलंकाई दौरे का समापन बुधवार को एकमात्र ट्वंटी 20 मैच के साथ करेगी जहां उसकी पूरी कोशिश रहेगी कि वह जीत के साथ घर लौटे ताकि उसका आगामी सीरीज़ से पहले आत्मविश्वास और मनोबल भी ऊंचा बना रहे।
श्रीलंकाई टीम ने दूसरी ओर अपने घरेलू मैदान पर निराशाजनक प्रदर्शन से काफी कुछ खोया है। टीम न सिर्फ चौतरफा आलोचनाओं से घिरी हुई है बल्कि उसके चयनकर्ताओं को भारी दबाव के बीच इस्तीफा देना पड़ गया। इसके अलावा सबसे बड़ा नुकसान उसे 2019 विश्वकप के लिए सीधे क्वालिफिकेशन के हाथ आए मौके को गंवाकर हुआ है। श्रीलंका को अब विश्वकप में जगह बनाने के लिए क्वालिफायर खेलने होंगे।
ऐसे में पूर्व ट्वंटी 20 विश्व चैंपियन श्रीलंका कोशिश करेगी कि वह आखिरी मैच में जीत के साथ अपने खोए सम्मान और मनोबल को लौटा सके। इसी के मद्देनज़र आखिरी मुकाबले के लिए श्रीलंका की 15 सदस्यीय टीम में छह नए चेहरों को भी मौका दिया गया है जबकि कुशल मेंडिस और लक्षण संदाकन को बाहर रखा गया है। प्रेमदासा स्टेडियम में उपूल थरंगा बतौर कप्तान अपना पहला ट्वंटी 20 भी खेलने उतरेंगे। श्रीलंकाई टीम को उम्मीद है कि जैफरी वैंडरसे, दासुन शनाका, इसुरू उदाना, सीकुगे प्रसन्ना, सुरंगा लकमल और विकुल संजय जैसे नए खिलाड़ी आखिरी मैच में टीम का भाग्य बदल सकें।
विराट की टीम इंडिया दूसरी ओर पूरे मनोबल और आत्मविश्वास के साथ इस मुकाबले में खेलने उतरेगी जिसने पिछले मैचों में गेंदबाजी, बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण हर विभाग में ही कमाल का खेल दिखाया है। टेस्ट और वनडे में क्लीन स्वीप के बाद एकमात्र ट्वंटी 20 में भी आखिरी मैच के विजयी संयोजन को ही मौका मिल सकता है।
भारतीय कप्तान ने आखिरी वनडे में चार अहम बदलाव करते हुए लोकेश राहुल, हार्दिक पांड्या तथा शिखर धवन को बाहर बैठाया था जबकि अजिंक्य रहाणे, केदार जाधव, भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल को मौका दिया गया था। धवन इस मैच के बाद अपनी मां के स्वास्थ्य के कारण स्वदेश लौट आए थे जिसके बाद ओपनिंग में फिर से रोहित और रहाणे की जोड़ी को मौका दिया जा सकता है। हालांकि विराट हमेशा ही नए संयोजन तलाशते रहते हैं, ऐसे में कुछेक फेरबदल भी देखने को मिल सकते हैं।
श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज़ में तीन मैच विजयी पारियां खेलने वाले अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी के प्रदर्शन पर एक बार फिर सभी की निगाहें लगी होंगी। भारत ने जुलाई में वेस्टइंडीज दौरे में आखिरी बार एकमात्र ट्वंटी 20 खेला था लेकिन इस मैच में उसे मेज़बान टीम ने नौ विकेट से करारी शिकस्त दी थी। इसलिए उसकी कोशिश रहेगी कि वह इस बार उस गलती को न दोहराए।
कप्तान विराट, रहाणे, रोहित, केदार जाधव, धोनी, ऑलराउंडर पांड्या सभी रन बनाने में माहिर हैं और एक बार फिर श्रीलंका के खिलाफ रनों की बरसात कर सकते हैं। पांचवें और आखिरी वनडे में विराट ने नाबाद 110 रन की पारी खेली थी तो केदार ने 63 रन की अहम अर्धशतकीय पारी जमाई थी।
वहीं गेंदबाजों में पिछले मैच में अपने वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार से एक बार फिर इसी प्रदर्शन की उम्मीद होगी। भुवनेश्वर ने मैच में 42 रन पर पांच विकेट निकाले थे जबकि मैन ऑफ द सीरीज रहे अन्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भी गेंदबाजी आक्रमण की मजबूत कड़ी हैं। (वार्ता)