गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. I don't know, says Indian women's hockey coach Janneke Schopman on future
Written By WD Sports Desk
Last Modified: शनिवार, 20 जनवरी 2024 (15:30 IST)

महिला हॉकी के भविष्य के बारे में पूछने पर कोच ने कहा 'मुझे नहीं पता'

महिला हॉकी के भविष्य के बारे में पूछने पर कोच ने कहा 'मुझे नहीं पता' - I don't know, says Indian women's hockey coach Janneke Schopman on future
Indian women's hockey coach Janneke Schopman Statement : भारतीय महिला हॉकी टीम की कोच यानेक शॉपमैन ने शुक्रवार को 2024 पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) के लिए क्वालीफाई करने में विफल होने के बाद कहा कि वह नहीं जानती कि उनके और खिलाड़ियों के लिए भविष्य में क्या होने वाला है।
 
 
 
भारतीय टीम FIH Olympics Qualifier के तीसरे स्थान के मैच में जापान से 0-1 से हार गई जिससे उसका ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का सपना टूट गया।
 
जापान के लिए काना उराता (Kana Urata) ने छठे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर से गोल किया जो निर्णायक रहा।
 
शॉपमैन ने मैच के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम कल जर्मनी से मिली हार के बाद मानसिक रूप से तैयार थे। हमने रक्षण में भी अच्छी शुरूआत नहीं की और ऐसा कभी कभार हो जाता है। बतौर टीम हमने जुझारू खेल दिखाया, शुरू में गोल गंवाने के बाद हमने पूरे मैच में दबदबा बनाया। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें गोल करने की जरूरत थी लेकिन हम नहीं कर सके। हम ऐसा क्यों नहीं कर सके, अगर मैं इसका जवाब जानती तो मैं यहां नहीं खड़ी होती। मैं खेल के दौरान ही उन्हें जवाब दे देती। ’’
 
टूर्नामेंट से शीर्ष तीन टीम ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। जापान ने तीसरे स्थान पर रहकर ओलंपिक का टिकट कटाया जिससे वह पेरिस में Germany और America के साथ पहुंचेगी।
 
भारतीय टीम में उनके भविष्य के बारे में पूछने पर शॉपमैन ने कहा, ‘‘मैं इसके बारे में नहीं जानती। ’’
 
नीदरलैंड की इस कोच का अनुबंध पेरिस ओलंपिक तक था और यह देखना होगा कि Hockey India इस निराशाजनक नतीजे के बाद उनका कार्यकाल बढ़ाता है या नहीं।
 
शॉपमैन Tokyo Olympics में Sjoerd Marijne की सहायक थीं जिसमें भारतीय महिला टीम चौथे स्थान पर रही थी।
 
शॉपमैन ने कहा कि भारत ने जापान के खिलाफ ज्यादा दबदबा बनाया, भले ही नतीजा उनके हक में नहीं गया हो।
 
भारत ने नौ पेनल्टी कॉर्नर के अलावा कई मौके गंवाये।
 
कोच ने अपनी टीम के जुझारू जज्बे की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘वे कोशिश कर रही थी, वे डटकर सामना कर रही थीं। हमने जापान के खिलाफ जो पिछले तीन मैच खेले हैं, उसमें से इस मुकाबले में हमने दबदबा बनाया। इस बार हम गोल नहीं कर सके जबकि पिछले मुकाबलों में हमने गोल किये थे। ’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘जापान की गोलकीपर ने कल दो गलतियां की थीं। जर्मनी को 15 पेनल्टी कॉर्नर मिले थे लेकिन वे गोल नहीं कर सके। उनका पेनल्टी कॉर्नर रक्षण अच्छा है। ’’
 
शॉपमैन ने कहा कि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं करने की टीस उन्हें लंबे समय तक सालती रहेगी।
 
उन्होंने कहा, ‘‘अब हमें टीवी पर ओलंपिक देखना होगा। हम जानते हैं कि हम वहां होना चाहते थे और ईमानदारी से कहूं तो हमारा स्तर वहां पहुंचने का है। हमें वहां पहुंचना चाहिए था लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके इसलिये दुख होता है। ’’
 
भारतीय कप्तान सविता (Savita Punia) ने कहा कि मौकों का फायदा उठाने में विफल होने से टीम ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी।
 
सविता की आंखे नम थीं, उन्होंने कहा, ‘‘हमें कई मौके मिले और पेनल्टी कॉर्नर भी, लेकिन हम विफल रहे। हमने हार नहीं मानी, हम कोशिश करते रहे। यह दुखद है। हम इसकी भरपायी नहीं कर सकते। ’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है, मेरे पास शब्द नहीं हैं। हम ओलंपिक के लिए जाने के हकदार थे। जापान भी हकदार था और वे जा रहे हैं। ’’
ये भी पढ़ें
Kevin Pietersen ने खोले 2012 में भारत में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीतने के राज