हॉकी कोच हरेंद्र ने विश्व कप टीम में जूनियर खिलाड़ियों के चयन का बचाव किया
भुवनेश्वर। भारत के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने मंगलवार को एफआईएच विश्व कप टीम में कई जूनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी का बचाव करते हुए कहा कि वे इतिहास रचने में सक्षम हैं। भारत की वर्तमान टीम में 18 में से सात खिलाड़ी जूनियर विश्व कप टीम से लिए गए हैं जिसने हरेंद्र की अगुवाई में दो साल पहले लखनऊ में खिताब जीता था।
हरमनप्रीत सिंह, वरूण कुमार, सुमित, मनदीप सिंह और गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक को भारतीय टीम में चुना गया। हरेंद्र ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुधवार को होने वाले पहले मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘संविधान हमें 18 साल के बाद शादी का अधिकार देता है। इसलिए यह युवा टीम नहीं है। यह ऐसी टीम है जो इतिहास रच सकती है।’
उन्होंने कहा, ‘आपको धैर्य रखना होगा। चयनकर्ताओं को लगा कि युवा खिलाड़ी भारतीय टीम में चयन के हकदार हैं, इसलिए हमें इस टीम पर गर्व करना चाहिए। टीम में हर खिलाड़ी इसे समझता है। मेरी खिलाड़ियों को सलाह है कि वे अपने बेसिक्स और रणनीति पर कायम रहें तथा दर्शकों को 12वें खिलाड़ी के रूप में लेकर उनकी ऊर्जा का उपयोग करें।’
हरेंद्र ने आयरलैंड का उदाहरण दिया जिसने इस साल के शुरू में महिला विश्व कप जीता था। उन्होंने कहा कि भारत का पहला लक्ष्य पूल सी में शीर्ष पर रहकर क्वार्टर फाइनल के लिए सीधे क्वालीफाई करना होगा।
मुख्य कोच ने कहा, ‘क्या किसी ने सोचा था कि आयरलैंड महिला हॉकी विश्व कप के फाइनल में पहुंचेगा या क्रोएशिया फीफा विश्व कप फाइनल में जगह बनाएगा। प्रत्येक टीम अपनी रणनीति पर काम करती है।
यह उस दिन के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। हम पूल में शीर्ष पर रहना चाहते हैं और क्रासओवर से बचना चाहते हैं क्योंकि इससे हमें अतिरिक्त दिन मिल जाएगा और पता रहेगा कि हमें क्वार्टर फाइनल में किससे भिड़ना होगा।’ भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह ने भी कहा कि उनका मुख्य ध्यान पूल में शीर्ष पर रहना है। (भाषा)