जकार्ता। जी. सत्यन के कमाल के प्रदर्शन से भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम ने 18वें एशियाई खेलों में सोमवार को जापान को 3-1 से हराने के साथ ही सेमीफाइनल में पहुंचकर पहला ऐतिहासिक पदक सुनिश्चित कर दिया।
भारतीय टीम ने दिन में ग्रुप डी में वियतनाम को 3-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया और फिर शाम को जापान को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली, लेकिन महिला टीम को अंतिम 8 के मुकाबले में हांगकांग के हाथों 1-3 से हार का सामना करना पड़ा।
भारत ने एशियाई खेलों के इतिहास में आज तक टेबल टेनिस में कोई पदक हासिल नहीं किया है और पुरुष टीम ने सेमीफाइनल में पहुंचकर कम से कम कांस्य पदक सुनिश्चित कर दिया है। भारत की इस जीत में सत्यन की प्रमुख भूमिका रही जिन्होंने अपने 2 मैच जीते।
सत्यन ने पहले मैच में जापान के जिन यूएदा को 11-9, 11-9, 11-7 से हराया जबकि अचंत शरत कमल ने केंता मत्सुदाइरा को 11-8, 12-10, 11-8 से हराकर भारत को 2-0 से आगे कर दिया। तीसरे मैच में हरमीत देसाई को मसाकी योशिदा के हाथों हार का सामना करना पड़ा। जापानी खिलाड़ी ने यह मैच 9-11, 14-12, 8-11, 11-8, 11-4 से जीता।
चौथे मैच में सत्यन ने फिर बेहतरीन प्रदर्शन किया और केंता मत्सुदाइरा को 12-10, 6-11, 11-7, 11-4 से हराकर जीत भारत की झोली में डाल दी। भारत का सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच मुकाबले के विजेता से सामना होगा। चीन और ताइपे की टीमें दूसरे सेमीफाइनल में आमने-सामने होंगी।
इससे पहले महिला टीम के मुकाबले में राष्ट्रमंडल खेलों की स्टार मणिका बत्रा ने चिंग हो ली को 11-9, 11-9, 5-11, 11-6 से हराया लेकिन अईहिका मुखर्जी को केई होई दू के हाथों 14-12, 4-11, 10-12, 8-11 से हार का सामना करना पड़ा।
मौमा दास को मिनी याम सू वेई ने 11-6, 11-13, 8-11, 11-3, 11-5 से हरा दिया। चौथे मैच में मणिका को केम दू ने 11-8, 11-8, 13-11 से हराकर भारतीय चुनौती समाप्त करते हुए हांगकांग को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। (वार्ता)