फुटबॉल टूर्नामेंट में मेजबान यूएई के खिलाफ विजय रथ आगे बढ़ाएगा भारत
अबुधाबी। एएफसी एशियन कप में थाईलैंड के खिलाफ शानदार आगाज से उत्साहित भारतीय फुटबॉल टीम मेजबान यूएई के खिलाफ भी गुरुवार को जीत के साथ अपना विजयी रथ आगे बढ़ाने के लक्ष्य संग उतरेगी।
भारत ने थाईलैंड को ओपनिंग मैच में 4-1 से हराया था लेकिन स्टीफन कांस्टेनटाइन की युवा टीम को गुरुवार यहां जाएद स्पोर्ट्स सिटी में मेजबान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ सतर्कता बरतनी होगी।
भारतीय टीम ने थाईलैंड के खिलाफ मैच के दूसरे हाफ में बेहतरीन खेल दिखाते हुए तीन गोल किए थे और पहला हाफ 1-1 की बराबरी पर समाप्त होने के बाद जबरदस्त आक्रमण से थाई डिफेंस को तोड़ने में सफलता हासिल की। इस मैच से भारत को तीन अंक प्राप्त हुए और वह अब अपने ग्रुप में टॉप पर है। उसका गोल अंतर बेहतरीन स्थिति में है।
कांस्टेनटाइन ने यूएई के साथ होने वाले मुकाबले की पूर्व संध्या पर कहा, हमारी टीम काफी युवा है और इस कारण वह काफी रोमांचित है। मेजबान टीम के साथ होने वाला मैच काफी अलग होगा क्योंकि यह टीम काफी मजबूत है लेकिन मेरे लड़कों के लिए यूएई उनके रास्ते में खड़ी सिर्फ एक दूसरी टीम है।
भारत ने अपने स्ट्राइकरों के शानदार खेल की बदौलत थाईलैंड के खिलाफ जीत हासिल की। सुनील छेत्री ने दो गोल किए जबकि जेजे लालपेखलुवा और अनिरुद्ध थापा ने एक-एक गोल दागा।
आशिक कुरुनियन इस मैच में कोई गोल नहीं कर सके लेकिन उन्होंने अपने शानदार खेल से सबका ध्यान खींचा। छेत्री और एफसी पुणे सिटी के विंगर कुरुनियन ने गेंद को सर्वाधिक अपने कब्जे में रखा और थाईलैंड की रक्षापंक्ति को व्यस्त रखने की अहम भूमिका अदा की। कुरुनियन से यूएई के खिलाफ भी इसी तरह के चमकदार खेल की उम्मीद है।
यूएई फीफा रैंकिंग में 79वें स्थान पर है और भारत से काफी बेहतर स्थिति में है। ग्रुप-ए में वह सबसे ऊंची रैंकिंग वाला टीम है और यह भारत के लिए चिंता की बात है। एक मजबूत टीम के खिलाफ मिडफील्ड में थापा और प्रणॉय हल्धर को अच्छा खेल दिखाना होगा।
भारत को पीछे की पंक्ति में भी काफी सावधान रहना होगा क्योंकि 2015 में एशियन प्लेअर ऑफ द इअर चुने गए अहमद खलील और अली मबखाउत जैसे खिलाड़ी उसके लिए मुश्किल बन सकते हैं। ये खिलाड़ी गोल करने में माहिर हैं। मबखाउत को यूएई के लिए सबसे अधिक गोल करने वाला खिलाड़ी बनने के लिए सात गोलों की जरूरत है। ऐसे में संदेश झिंगन और अनस इदाथोदिका को बैकलाइन में काफी सतर्क रहना होगा।
यूएई की टीम को चोटिल ओमर अब्दुलरहमान की कमी खलेगी। ओमर को एशिया के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से एक माना जाता है लेकिन अल्बर्टो जाचेरोनी की टीम को पास ओमर के बगैर भी काफी शक्ति और काबिलियत है और इस कारण गोलपोस्ट के सामने गुरप्रीत सिंह संधू को काफी सावधान रहने की जरूरत होगी।
यूएई को अपने पहले मैच में बहरीन के हाथों ड्रॉ खेलना पड़ा था और इस कारण यह टीम घायल दिख रही है। अपने घरेलू दर्शकों के सामने पहले ही मैच में अंक बांटने को मजबूर होने के बाद यह टीम हर हाल में अपने दूसरे मैच से तीन अंक जुटाना चाहेगी।
यूएई के कोच जाचेरोनी ने कहा, हमारे खिलाड़ी पहले मैच में अपनी संघर्षशक्ति नहीं दिखा सके थे। हम भारत के खिलाफ यह गलती नहीं करेंगे। हम बदली हुई मानसिकता के साथ मैदान पर उतरेंगे। (वार्ता)