निझनी नोव्गोरोद। कप्तान एंड्रियस ग्रेनक्विस्ट के दूसरे हाफ में पेनल्टी पर किए गए गोल की बदौलत स्वीडन ने एशिया की टीम कोरिया को फीफा विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट में सोमवार को ग्रुप 'एफ' मुकाबले में 1-0 से हरा दिया और पूरे तीन अंक हासिल किए।
स्वीडन को वीडियो रिव्यु के जरिए 65 वें मिनट में यह पेनल्टी मिली और उसके कप्तान ने इस सुनहरे मौके को गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। कोरिया के पास इंजुरी समय में बराबरी हासिल करने का बेहतरीन मौका था लेकिन हवांग ही चान गोल के सामने से हैडर बाहर बैठे जबकि गोलकीपर बॉल को रोकने की स्थिति में नहीं थे।
इस ग्रुप में मेक्सिको के गत चैंपियन जर्मनी को हराने के बाद इस मुकाबले में दोनों टीमें जीतने के लिए बेताब थीं। पहला हाफ गोल रहित रहने के बाद दूसरे हाफ में विक्टर क्लेसन को किम मिन-वू ने गिराया और रेफरी जोयल एग्विलर ने फुटेज देखने के बाद पेनल्टी का इशारा कर दिया, जिस पर स्वीडन के कप्तान ने गोल कर दिया।
पहले हाफ में स्वीडन के स्ट्राइकर मार्क्स बर्ग के पास गतिरोध तोड़ने का शानदार मौका था लेकिन 21 वें मिनट में मिले मौके पर वह गेंद को कोरियाई गोलकीपर चो ह्यून-वू के घुटनों में मार बैठे। चो ने मैच में हालांकि कई अच्छे बचाव किए लेकिन पेनल्टी पर वह शॉट के विपरीत दिशा में छलांग लगा बैठे।
स्वीडन ने नवम्बर में खेले गए प्लेऑफ में इटली को अपसेट कर 2006 के बाद पहली बार विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया था और विश्व कप में उसने विजयी शुरुआत की। स्वीडन ने विश्व कप से पहले पिछले तीन अभ्यास मैचों में एक भी गोल नहीं किया था लेकिन पेनल्टी ने यह गतिरोध तोड़ दिया।
लगातार नौवीं बार विश्व कप खेल रहे कोरिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसे इंजरी समय में बराबरी करने का मौका मिला लेकिन चान का हैडर बाहर निकलते ही कोरियाई प्रशंसकों ने निराशा में अपना सर थाम लिया।
कोरियाई टीम चार साल पहले ब्राजील में तीन ग्रुप मैचों में मात्र एक अंक ही हासिल कर पायी थी और स्वदेश लौटने पर प्रशंसकों ने टीम पर टाफियां फेंककर उन्हें अपमानित किया था।