झूठी खबरों का शिकार हो रहा है फीफा
मनामा। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) के अध्यक्ष जियानी इन्फैन्टिनो ने आलोचकों को आड़े हाथों लेते हुए वैश्विक संस्था की छवि को खराब करने के लिए झूठी मीडिया रिपोर्टों को जिम्मेवार ठहराया है।
बहरीन में फीफा के 67वें सम्मेलन में इन्फैन्टिनो ने कहा कि वैश्विक संस्था ने पिछले कुछ समय में अपने संगठन में कई व्यापक सुधार किए हैं, इसके बावजूद झूठी खबरों के कारण उसकी छवि को लगातार नुकसान हो रहा है। वर्ष 2016 में सैप ब्लेटर की जगह लेने वाले इन्फैन्टिनो ने कहा कि फीफा अब काफी बदल चुका है।
इन्फैन्टिनो ने कहा पिछले कुछ समय में जो कुछ भी हुआ उसके बाद फीफा ने अपनी छवि को सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं। हमने फीफा को उस समय हाथों में लिया जब वह बहुत नीचे जा चुका था लेकिन फुटबॉल का नुकसान करने वालों के लिए यहां कोई जगह नहीं है। वर्ष 2015 में फीफा में भ्रष्टाचार के खुलासे में कई बड़े अधिकारी और लातिन अमेरिकी देशों के बड़े अधिकारियों को दोषी पाया गया है।
फीफा प्रमुख ने कहा कि पारदर्शिता, नियंत्रण और आचार संहिता को लागू करने के बाद भी उनके नेतृत्व को गलत ठहराना सही नहीं है। उन्होंने फीफा को लेकर फैलाई जा रही झूठी खबरों का हवाला देते हुए कहा कुछ देशों में फीफा को चोट पहुंचाना राष्ट्रीय खेल बन गया है। फीफा को लेकर बहुत गलत तथ्य और खबरें फैलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा पहले कई बड़े विशेषज्ञों को फीफा में सुधार के लिए रखा गया था और उन्हें लाखों डॉलर भुगतान किया गया लेकिन उन्होंने क्या किया, वे भ्रष्ट प्रशासन में केवल रबर स्टैम्प ही थे। वे नाम के गुरू या विशेषज्ञ पूरी तरह से विफल रहे। हम किसी ऐसे विशेषज्ञ से अच्छे प्रशासन का ज्ञान नहीं लेना चाहते जो खुद ही विफल रहे हों। गौरतलब है कि मंगलवार को ही कांग्रेस में फीफा परिषद ने आचार संहिता समिति के दो प्रमुखों को हटा दिया था। (वार्ता)