नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने बुधवार को कहा कि इंडिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट नोवेल कोरोना वायरस (Novel Corona Virus) के संक्रमण के खतरे को देखते हुए दर्शकों की गैरमौजूदगी में खेला जाएगा।
कोविड-19 के संक्रमण के कारण इस 4 लाख डॉलर इनामी टूर्नामेंट पर खतरा मंडरा रहा है जो टोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन का अहम टूर्नामेंट है। इस विषाणु के कारण दुनियाभर में 4 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं जबकि एक लाख से अधिक संक्रमित हुए हैं।
बीएआई और विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने हालांकि बुधवार को संयुक्त बयान जारी करके स्पष्ट किया कि यह टूर्नामेंट पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगा और टूर्नामेंट के सुचारू आयोजन के लिए एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
बयान में कहा गया, योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2020 का आयोजन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 24 से 29 मार्च तक होगा। इसमें कहा गया, खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त एहतियाती कदम उठाए जाएंगे। आयोजकों ने एहतियात के तौर पर स्टेडियम के अंदर लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
बीएआई के महासचिव अजय के. सिंघानिया ने कहा, इंडिया ओपन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम के केडी जाधव हाल में होगा लेकिन सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने इस बार किसी दर्शक को आने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, शुरुआती दिनों में प्रशंसक यूट्यूब पर मैच देख सकते हैं जबकि क्वार्टर फाइनल से हाटस्टार पर मैच दिखाए जाएंगे। स्वास्थ्य से जुड़े खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने 3 मार्च से पहले इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के उन नागरिकों को दिए नियमित और ई वीजा रद्द कर दिए हैं जिन्होंने अभी भारत में प्रवेश नहीं किया है।
सरकार ने साथ ही दक्षिण कोरिया, इटली और ईरान से आने वाले लोगों को 14 दिन तक पृथक रखना अनिवार्य कर दिया है। परामर्श के अनुसार चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, ईरान, इटली, हांगकांग, मकाऊ, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर और ताईवान से सीधे या परोक्ष रूप से आ रहे लोगों की मेडिकल जांच अनिवार्य की गई है।
इंडिया ओपन के ड्रॉ में इन देशों के कई खिलाड़ी शामिल हैं जिसमें ही बिंगजाओ, शी यु की और लिन डैन जैसे चीन के खिलाड़ी भी हैं। इन्हें यूरोप में आगामी बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर टूर्नामेंट में खेलने की स्वीकृति दी गई है। बीडब्ल्यूएफ और बीएआई ने कहा कि भारत में स्वास्थ्य अधिकारियों के परामर्श जारी करने के बाद पिछले कुछ दिनों में बीएआई ने विशेषज्ञों से सलाह ली, जिसके बाद टूर्नामेंट की मेजबानी का फैसला किया गया।
बीडब्ल्यूएफ ने दोहराया कि वह कोविड-19 को लेकर सभी आधिकारिक अपडेट की निगरानी करता रहेगा, लेकिन इस समय एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर या बीडब्ल्यूएफ से स्वीकृत अन्य टूर्नामेंटों के आयोजन के उसके इरादे में कोई बदलाव नहीं आया है।