एआईएफएफ ने कहा, फुटबॉल की पवित्रता बचाए रखेंगे...
नई दिल्ली। आई लीग टीम मिनर्वा एफसी की मैच फिक्सिंग की कोशिश के खिलाफ रिपोर्ट पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने गुरुवार को यहां भ्रष्टाचार के मुद्दे पर शून्य-सहिष्णुता नीति अपनाने की बात के साथ कहा कि वे इस खेल की अखंडता को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
फीफा के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, अगस्त 2014 से एआईएफएफ के इंटिग्रिटी अधिकारी का जिम्मा संभालने वाले जावेद सिराज ने कहा कि फिलहाल जरूरत इस बात की है कि खेल की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी खतरे का मिलकर सामना किया जाए। फिक्सरों के मिनर्वा पंजाब टीम के फुटबॉलरों से संपर्क करने की खबरों पर सिराज ने कहा, मुझे उन दो खिलाड़ियों की तारीफ करनी होगी जिन्होंने उसकी पहचान कर प्रस्ताव को ठुकराया और इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, हमें क्लब से आधिकारिक शिकायत मिलने की प्रतीक्षा है और फुटबॉल की अखंडता को बचाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मिनर्वा क्लब के मालिक रंजीत बजाज ने ट्वीट किया था कि क्लब के एक भारतीय और एक विदेशी खिलाड़ी से संदिग्ध फिक्सरों ने संपर्क कर 30 लाख रुपए की घूस देने की पेशकश की थी।
सिराज ने कहा, हम विभिन्न क्लबों और आयु वर्ग की राष्ट्रीय टीमों के साथ लगातार जागरूकता के लिए कार्यशालाएं आयोजित करते रहते हैं। इस बार भी आई लीग शुरू होने से पहले हमने ज्यादातर क्लबों से संपर्क कर उन्हें आपात स्थिति से निपटने के तरीके बताए थे। मिनर्वा की टीम मौजूदा सत्र में नौ मैचों में 22 अंक के साथ तालिका में शीर्ष पर है।
बजाज ने कल टि्वटर पर लिखा था, मेरे दो खिलाड़ी स्क्रीनशॉट के साथ मेरे पास आए, जिसमें सट्टेबाजों ने उन्हें 30 लाख रुपए देने की कोशिश की। मैंने एआईएफएफ के मैच इंटिग्रिटी अधिकारी और एएफसी के जरिए इसकी जानकारी दे दी है। मुझे उम्मीद है कि ऐसे बेइमान तत्व दूसरे खिलाड़ियों और मैच अधिकारी @आईलीगऑफिशियल तक पहुंचने में सफल नहीं हों। (भाषा)