बयान को गलत ढंग से पेश किया - ब्लेटर
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) के प्रमुख सैप ब्लेटर ने 2006 विश्व कप की मेजबानी में भ्रष्टाचार संबंधी अपने बयान पर रक्षात्मक रूख अपनाते हुए कहा है कि उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया गया है। 76
वर्षीय ब्लेटर ने अपना साक्षात्कार छापने वाले स्विस अखबार सनटैग्सब्लिक को पत्र लिखकर कहा है कि वह केवल इतना इंगित करना चाहते थे कि विश्व कप की मेजबानी का मसला हमेशा संदेहों के घेरे में रहा है। स्विटजरलैंड के ब्लेटर ने उस साक्षात्कार में कहा था कि क्या विश्व कप की मेजबानी खरीदी जा रही है। मुझे 2006 के विश्व कप की मेजबानी के लिए मतदान का दौर याद आ रहा है। जब अंतिम मिनट में कोई वोटर कमरे से बाहर निकल गया था और 10-10 बराबरी की आशंका जर्मनी की 10-9 से जीत में बदल गई थी। ब्लेटर ने आगे कहा था कि मैं खुश हूं कि उस दिन मुझे अपनी शक्ति का प्रयोग कर मेजबानी का फैसला करना पड़ा। अच्छा हुआ कि कोई अचानक से उठ कर चला गया, वर्ना मेरे लिए और भी मुश्किल होती। मैं उस मेजबानी पर संदेह नहीं कर रहा लेकिन अपना अनुभव बता रहा हूं। ब्लेटर ने अपने पत्र में कहा कि मैं कहना चाहता था कि किसी भी निर्णय की वैधता पर सवाल उठाने के लिए आप कभी भी संदेह कर सकते हैं और उसके समर्थन में तथ्य हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि किसी विश्व कप की मेजबानी के लिए हुए मतदान में आप हमेशा कुछ तथ्य जोड़कर एक साजिश का शिगूफा छोड़ सकते हैं। यह जर्मनी के मामले में भी हो सकता है जिसने विश्व कप की शानदार मेजबानी की। ब्लेटर ने कहा कि मैं साजिश के शिगूफों में विश्वास नहीं करता हूं। मैं केवल तथ्यों को मानता हूं। जब तक आपके हाथ में ठोस सबूत नहीं हों, आपको मानना चाहिए कि जो मतदान हुआ है, वह सही है। (वार्ता)