Last Modified: चेन्नई (भाषा) ,
गुरुवार, 11 जून 2009 (16:59 IST)
ज्योतिकुमारन ने दी दलील
हॉकी महासंघ बैठक में हिस्सा लेने का अधिकार
के. ज्योतिकुमारन की मौजूदगी पर सहमति नहीं बनने के चलते भारतीय हॉकी महासंघ की बैठक यहाँ से मुंबई स्थानांतरित होने के बाद आईएचएफ के इस पूर्व सचिव ने दावा किया कि उन्हें बैठक में हिस्सा लेने का पूरा अधिकार है।
जयब्रत राय समर्थित हॉकी संघों और केपीएस गिल की अगुआई वाले भंग आईएचएफ सहित भारतीय महिला हॉकी महासंघ ने राज्य संघों की सलाह के बिना हॉकी इंडिया का गठन करने के भारतीय ओलिम्पिक संघ के फैसले का विरोध करने के लिए दिल्ली में 13 और 14 जून को संयुक्त बैठक बुलाई थी।
हालाँकि ऐसा लग रहा है कि ज्योतिकुमारन की मौजदूगी से दो हॉकी प्रमुखों के बीच मतभेद हो रहे हैं। ज्योतिकुमारन ने कहा कि वह तमिलनाडु हाकी संघ .ंटीएनएचए.ं के चुने गये सचिव हैं और इसलिए उन्हें आईएचएफ की बैठक में हिस्सा लेने का पूरा अधिकार है।
उन्होंने कहा हमने (टीएनएचए) मद्रास उच्च न्यायालय में मुकदमा जीता था, जिसने इस साल जनवरी में स्टे आर्डर जारी करते हुए विरोधी गुट के लोगों को चुनी गई टीएनएफए के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करने का आदेश दिया था जिसका मैं सचिव हूँ।
राय और आईडब्ल्यूएचएफ प्रमुख अमृत बोस का मानना है कि ज्योतिकुमारन की मौजूदगी से उनकी छवि को नुकसान हो सकता है। उन्होंने गिल से उन्हें इस बैठक में भाग लेने का न्यौता नहीं देने का आग्रह किया था।
लेकिन जेबी राय धड़े द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार वे गिल की ओर से शाम तक सकारात्मक जवाब का इंतजार करते रहे लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिससे उन्हें बैठक एंबी वैली में आयोजित करनी पड़ रही है।
सूत्रों के मुताबिक गिल के उस बैठक में भाग लेने की संभावना कम है, जिससे आईओए पर उनके दबाव डालने की कोशिशों को भी धक्का लग सकता है।