शारीरिक व मानसिक पीड़ा उत्पन्न होने, गृह क्लेश उत्पन्न होने, मन नहीं लगने पर मानना चाहिए कि ग्रहदोष उत्पन्न हो गया है। ऐसी परिस्थिति में भगवान शिव की पूजा नियमानुसार कर ग्रह शांति करना अनिवार्य है