यह ज्योतिर्लिंग बिहार प्रांत के सन्थाल परगने में स्थित है शास्त्र और लोक दोनों में उसकी बड़ी प्रसिद्धि है। इसकी स्थापना के विषय में यह कथा कही जाती है- एक बार राक्षसराज रावण ने हिमालय पर जाकर भगवान् शिव का दर्शन प्राप्त करने के लिए बड़ी घोर तपस्या की। |
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