गायत्री माता का सबसे अनोखा मंदिर, आखिर क्या है रहस्य इसका
मध्यप्रदेश के देवास जिले से करीब 45 किमी दूर हाटपीपल्या गांव के नृसिंह मंदिर में स्थापित है गायत्री माता की एक विचित्र मूर्ति। कहते हैं यहां के मंदिर की नृसिंह भगवान की मूर्ति पानी में तैरती है, लेकिन यहां जो गायत्री माता की मूर्ति है उसका रहस्य कोई नहीं जानता है।
दरअस, तीन मूख या चार भुजा वाली मूर्तियों का जिक्र तो अक्सर होता है, लेकिन क्या आपने कभी सुना कि तीन पैरों वाली माता की मूर्ति। नहीं ना। हाटपीपल्या गांव के नृसिंह मंदिर में स्थापित है गायत्री माता की एक विचित्र मूर्ति जिसके है तीन पैर।
यहां पर नृसिंह भगवान की भी चमत्कारिक प्रतिमा है जो प्रतिवर्ष नदी में तैरती है या कि जिसे प्रतिवर्ष डोल ग्यारस के दिन तैराया जाता है। इसी मंदिर में स्थित गायत्री माता की प्रतिमा भी बहुत प्राचीन बताई जाती है।
मंदिर के पुजारी गोपाल वैष्णव भी मानते हैं कि मैंने आज तक तीन पैरों वाली प्रतिमा कहीं नहीं देखी। इस तरह की प्रतिमा देखने को नहीं मिलती। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि यह विश्व की एकमात्र प्रतिमा है जो तीन पैरों वाली है। यहां स्थित प्रतिमा को 'त्रिपदा गायत्री' माता कहते हैं।
इस प्रतिमा के बारे में भी मान्यता हैं कि इसका दर्शन करने से सभी तरह की मनोकामना पूरी होती है, लेकिन यह कोई नहीं जानता है कि यह प्रतिमा किसने बनाई या यह कहां से प्राप्त हुई। यह रहस्य आज तक बरकरार है।