व्यापमं घोटाले के व्हिसलब्लोअर की पत्नी हिरासत में
इंदौर। मध्यप्रदेश के कुख्यात व्यापमं घोटाले के व्हिसलब्लोअर प्रशांत पांडे की पत्नी मेघना से पुलिस ने करीब 10 लाख रुपए जब्त किए और हवाला की शंका में हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पुलिस अधीक्षक (पूर्वी क्षेत्र) ओपी त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के सामने स्थित निजी फर्म लक्ष्मी मोटर्स के पास हवाला के लेन-देन के बारे में मुखबिर से सूचना मिली थी। इस सूचना पर पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो मेघना पांडे इस फर्म के दफ्तर से एक बैग लेकर आते दिखाई दीं। मेघना इस फर्म में एचआर मैनेजर के पद पर काम करती हैं।
त्रिपाठी ने बताया कि एक महिला पुलिस अधिकारी ने जब मेघना के कब्जे से मिले बैग की तलाशी ली, तो इसमें नौ लाख 96 हजार रुपये पाए गए। इस रकम के बारे में मेघना पुलिस को ‘संतोषजनक जवाब’ नहीं दे सकीं और मामला ‘संदिग्ध’ पाया गया। लिहाजा यह रकम दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 102 के तहत जब्त कर ली गई और पूछताछ के बाद मेघना को छोड़ दिया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने मेघना के कब्जे से जब्त संदिग्ध रकम के बारे में आयकर विभाग और अन्य संबंधित महकमों को सूचना दे दी है। मामले में विस्तृत जांच जारी है।
मामले पर क्या बोले प्रशांत पांडे...
दूसरी ओर, व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर प्रशांत पांडे ने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रदेश सरकार के इशारे पर उनकी पत्नी को अवैध तौर पर हिरासत में रखा और उनके परिवार की ‘मेहनत की कमाई के’ 10 लाख रुपए जबरन जब्त कर लिए।
पांडे ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय द्वारा मेरी याचिका पर व्यापमं घोटाले और इससे जुड़े लोगों की संदिग्ध हालात में मौत के मामलों की सीबीआई जांच का आदेश दिए जाने के बाद प्रदेश सरकार के इशारे पर मेरे परिवार को परेशान किया जा रहा है।’
उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनकी पत्नी के कब्जे से करीब 10 लाख रुपए की जो रकम जब्त की, वह उनके परिवार ने अपनी मेहनत की कमाई से पिछले 10 साल के दौरान बचाई थी। उनके परिवार ने इस रकम के बारे में अपने आयकर रिटर्न में भी जानकारी दी थी।
पांडे ने कहा, 'हम किराए के घर में रहते हैं। हमें एक फ्लैट बुक करने के लिए बिल्डर को करीब 10 लाख रुपए देने थे। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने अपनी ताकत का दुरुपयोग करते हुए यह रकम मेरी पत्नी के कब्जे से जब्त कर ली।’ (भाषा)