सोमवार, 16 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. Twine bombs found drying on the roof in Meerut
Last Updated : सोमवार, 2 नवंबर 2020 (01:11 IST)

मेरठ में छत पर सूखते मिले सुतली बम, पुलिस हैरान, 6 मजदूर गिरफ्तार

मेरठ में छत पर सूखते मिले सुतली बम, पुलिस हैरान, 6 मजदूर गिरफ्तार - Twine bombs found drying on the roof in Meerut
मेरठ। आपने आमतौर पर घर की छत पर पापड़, बड़ी, आचार और मुरब्बे सूखते हुए तो देखें होंगे लेकिन आज हम ऐसी तस्वीर आपको दिखाने जा रहे है जिसे देखकर चौंक जाएंगे। मेरठ में एक घर की छत पर भारी तादाद में सुतली बम सुखाए गए। जब पुलिस ने दबिश दी तो वहां से 6 मजदूर पटाखे बनाते हुए पकड़े गए, जबकि मालिक समेत दो लोग भागने में कामयाब रहे। 

मवाना तहसील स्थित मोहल्ला कल्याण सिंह राजो बाग में पुलिस ने जब रिजवान के घर छापा मारा तो बाहर से ताला लगा हुआ था। पुलिस ताला तोड़कर घर के अंदर पहुंची तो दंग रह गई क्योंकि रिजवान के मकान में 6 मजदूर और महिलाएं पटाखे बनाते हुए मिले। यहां अवैध रूप से बारूद का कारोबार चल था और घर की छत पर अवैध रूप से सुतली बम बनाकर सूखने के लिए रखे गए थे। 

पुलिस ने मौके से 6 मजदूरों को गिरफ्तार किया है, जबकि मौत के इस खेल का मास्टर मांइड अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर है। रिजवान की छत से पुलिस ने क्विंटलों से सुतली बम बरामद किए है। सुतली बम का धमाका दिल दहला देने वाला होता है। धमाके की धमक धरती को हिला देती है और उसकी आवाज सुनकर कान कुछ क्षणों के लिए सुन्न हो जाते है।

दीपोत्सव का पर्व नजदीक है। इस दिन हिंदू लोग पटाखे और फुलझड़ी जलाकर अपनी खुशी का इजहार करते है। मेरठ पुलिस ने ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी है लेकिन चंद मुनाफे के चलते कुछ लोग तेज आवाज और बारूद के पटाखे का काला कारोबार करने से बाज नहीं आ रहे है। पुलिस ने इन पर अंकुश लगाने के लिए अवैध पटाखा बनाने वालों के खिलाफ मिशन चला रखा है, जिसके चलते पुलिस शहर के पटाखा बनाने वाले कई क्षेत्रों में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।

इस इलाके में अवैध रूप से पटाखे बनाने का कारोबार दीपावली से शुरू होकर पूरे साल चलता है। मवाना के गली-मोहल्लों के घर-घर में पटाखे बनाने का अवैध कारोबार पनप रहा है। पुलिस सिर्फ दीपावली नजदीक आते ही अवैध पटाखों पर कार्रवाई के लिए निकलती है।
 
जिन स्थानों पर पटाखों को तैयार किया जा रहा है, वहां सुरक्षा के मानको को भी अनदेखा किया जा रहा है। क्योंकि पटाखों के पास ही विस्फोटक सामग्री रखी हुई है। यदि यहां कोई हादसा हो जाए तो आसानी से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी नहीं पहुंच सकती है।
ये भी पढ़ें
इंदौर में Corona के सिर्फ 76 पॉजिटिव मरीज मिले और कोई मौत नहीं हुई