जेल ने ठानी 'तिनका-तिनका' उम्मीद
यू ट्यूब पर जल्द ही होगा गाना रिलीज, वर्तिका नंदा देंगी जेल को एक नई पहचान
आगरा सेंट्रल जेल के सामने पिछले कई दिनों से प्रार्थना के साथ ही जेल के थीम सांग की तैयारी भी चल रही थी। इस गूंज ने आज एक साकार रूप ले लिया। आगरा के 16 बंदी दिनेश कुमार गौड़, संजय कश्यप, यशपाल त्यागी, वीरेंद्र सिंह, अशोक कुमार, जुगनू, शकील अंसारी, सोनी, सुरेश ऐलानी, शेरपाल, मनोज, नेकपाल और विजय करीब 8 महीने से आगरा के थीम सांग पर काम कर रहे थे।
दिनेश कुमार गौड़ इस गीत के प्रमुख गायक हैं और उसी ने इस गाने को अंतिम रूप दिया है। ढोल, मंजीरे और हारमोनियम के साथ जेल के ये बंदी इस गाने की केंद्रीय कारागार के मंदिर के सामने रोज प्रैक्टिस कर रहे थे। ये सभी कैदी आजीवन कारावास पर हैं और जेल की गायन मंडली का हिस्सा रहे हैं।
• इस गाने को आगरा जेल के 16 बंदियों ने गाया है
• ये सभी आजीवन कारावास पर हैं
• केंद्रीय कारागार आगरा के वरिष्ठ अधीक्षक एसएचएम रिजवी, जेलर लाल रत्नाकर सिंह, उपजेलर मनोज कुमार और करुणेश कुमारी के सहयोग से इस गाने को अंतिम रूप दिया गया है
• 'तिनका-तिनका आगरा' के थीम सांग की अगली कड़ी 'तिनका-तिनका आगरा' शीर्षक से आने वाली किताब होगी जिसमें बड़ी तादाद में बंदियों ने अपनी कविताएं लिखी हैं।
• यह गाना 'तिनका-तिनका' प्रोजेक्ट की संस्थापक जेल सुधार विशेषज्ञ वर्तिका नंदा की नई पहल है।
गाने के प्रमुख शब्द- 'आशा और विश्वास की डोरी, तिनका-तिनका ने है जोड़ी, बहारें बन जाएंगी गीत, बनेगा जीवन यह संगीत' जेल के बंदियों की जिंदगी से घुलने लगे हैं। जेल ने यह घोषणा की है कि 'तिनका-तिनका आगरा' शीर्षक का यह गाना अब इस जेल का थीम सांग बनेगा। इस परियोजना को मूर्तरूप जेल के अधिकारी शरद कुलश्रेष्ठ, लाल रत्नाकर और जेल सुधार विशेषज्ञ वर्तिका नंदा के प्रयास से मिला है। इससे पहले वर्तिका नंदा डासना जेल का थीम सांग- 'तिनका-तिनका डासना' बना चुकी हैं और तिहाड़ जेल का- 'तिनका-तिनका तिहाड़।'
लेकिन इस बार वर्तिका के आग्रह पर आगरा के गाने को बंदियों ने ही लिखा है और यह तिनका श्रृंखला का एक बड़ा हिस्सा बनेगा। वर्तिका नंदा अलग-अलग जेल के गानों की श्रृंखला पर काम कर रही हैं और यह काम इसका एक प्रमुख हिस्सा होगा। अपराधों पर जागरूकता लाने के लिए वे भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से 2014 में 'स्त्री-शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित हो चुकी हैं।
आगरा जेल में 'तिनका-तिनका आगरा' की थीम पर वर्तिका नंदा की लिखी कुछ खास पंक्तियों को भी प्रमुख दीवार पर उकेरा गया है। आगरा के जेलर लाल रत्नाकर पिछले कई महीनों से जेल के कैदियों को प्रोत्साहित कर इस गाने के लिए तैयार करवा रहे हैं। इस केंद्रीय कारागार में इस समय 1918 बंदी हैं।
'तिनका-तिनका आगरा' के थीम सांग की अगली कड़ी इसी शीर्षक से आने वाली किताब होगी जिसमें बड़ी तादाद में बंदियों ने अपनी कविताएं लिखी हैं। इससे पहले आईं दोनों किताबें- 'तिनका-तिनका तिहाड़' और 'तिनका-तिनका डासना' नए कीर्तिमान स्थापित कर चुकी हैं। 'तिनका तिनका तिहाड़' का शुमार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हो चुका है जबकि 'तिनका डासना' का अंग्रेजी अनुवाद नुपूर तलवार ने किया है। 'तिनका-तिनका' श्रृंखला मानवाधिकार के मकसद से देश की अलग-अलग जेलों में साहित्य, सृजन और सुधार को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है।