• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. Terror of tiger and leopard in Uttarakhand
Written By एन. पांडेय
Last Updated :देहरादून , गुरुवार, 5 अक्टूबर 2023 (17:53 IST)

Uttarakhand: बाघ और गुलदार का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा उत्तराखंड में

Uttarakhand: बाघ और गुलदार का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा उत्तराखंड में - Terror of tiger and leopard in Uttarakhand
Terror of tiger leopard in Uttarakhand: उत्तराखंड में बाघ और गुलदार का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ों में ठंड के मौसम की शुरुआत होते ही बाघ और गुलदार का आतंक हर साल बढ़ जाता है। बाघों के बढ़ते आतंक का मुद्दा समय-समय पर संसद में भी उठ चुका है। बाघ और गुलदारों के महिलाओं व बच्चों को निशाना बनाने से उत्तराखंड के गांव के गांव खाली होते जा रहे हैं।
 
10 साल के बच्चे पर हमला : बुधवार देर शाम उत्तराखंड में देवप्रयाग के गोसिल गांव में गुलदार ने एक 10 साल के बच्चे पर हमला कर दिया। जसप्रीत नाम के बच्चे पर अचानक हमला कर गुलदार ने उसे उठाकर पास के पेड़ पर फेंक दिया। गुलदार उसे अपना निवाला बनाता, इससे पहले उसकी बहन ने चिल्लाना शुरू कर दिया। इस पर आसपास के लोग शोर मचाते हुए मौके पर पहुंच गए। इसके बाद गुलदार बालक को छोड़ भाग निकला। इस दौरान बच्चे के बुरी तरह से घायल होने पर उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है।
 
प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया : गुलदार ने बच्चे के सिर, चेहरे पर नाखूनों से वार कर उसे लहूलुहान कर दिया। जसप्रीत अपनी बहन के साथ मवेशियों के लिए घास लेने गया था। गंभीर हालत में परिजन बच्चे को तुरंत सीएचसी हिंडोला खाल ले गए, जहां से उसे श्रीनगर रेफर किया गया। यहां से बच्चे को ऋषिकेश एम्स भेज दिया गया। लेकिन वहां भी बेड न मिलने के कारण उसे देहरादून के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
 
महिला पर हमला किया था : इससे पहले मंगलवार को पौड़ी जिले के नैनीडांडा ब्लॉक के गुणिया गांव की 46 साल की बिगारी देवी दिन में गांव से करीब आधा किमी दूर खेतों में घास काट रही थी कि अचानक बाघ ने उस पर हमला कर उसे मार डाला। देर शाम तक जब महिला नहीं लौटी तो परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी खोज शुरू की गई। खोजबीन पर महिला का शव झाड़ियों में बरामद हुआ। यह क्षेत्र गढ़वाल वन प्रभाग की दीवा रेंज के अंतर्गत आता है। गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि यह क्षेत्र केटीआर यानी कार्बेट टाइगर रिजर्व के जंगलों से सटा बाघ प्रभावित क्षेत्र है। 
 
लैंसडौन में भी एक सैनिक के ड्यूटी से घर लौटते हुए दुर्गा मंदिर के पास गुलदार ने उस पर हमला कर घायल कर दिया। घायल का सैनिक मिलिट्री अस्पताल में उपचार चल रहा है। उत्तराखंड में हर दिन कोई न कोई क्षेत्र बाघ और गुलदार के आतंक से प्रभावित होता रहता है।
 
मंगलवार को जिस स्थान से बिगारी देवी का शव बरामद किया गया, वहां गढ़वाल वन प्रभाग की ओर से पिंजरा लगा दिया गया है और साथ ही क्षेत्र में आसपास के क्षेत्र में कैमरा ट्रैप भी लगा दिए गए हैं। प्रभागीय वनाधिकारी स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि मौके से मिले बालों और स्लाइवा को डीएनए टेस्ट के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है। ग्रामीणों ने नैनीडांडा बाजार में चक्काजाम कर बाघ को आदमखोर घोषित करने और मृतका के पुत्र को संविदा पर सरकारी सेवा में लेने की मांग की।
 
बुधवार को राजस्व पुलिस ने नैनीडांडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मृतका का पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जब शव को घर की ओर ले जाया जा रहा था, इस बीच लक्ष्मण झूला-दुगड्डा-धुमाकोट राज्यीय राजमार्ग पर ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान अजय कुमार के नेतृत्व में जाम लगा दिया। ग्रामीण प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
 
दहशत का माहौल बना : महिला पर हुए हमले के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी नारायणदत्त शर्मा ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय बेडहाट, प्राथमिक विद्यालय मोक्षण व राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोक्षण में 2 दिन का अवकाश घोषित किया गया है। 
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
CM शिवराज ने प्रदेश के 72 लाख किसानों को जारी की 1560 करोड़ की सम्मान निधि