शीला दीक्षित के दामाद को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के दामाद को दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पत्नी की संपत्ति की चोरी और उसमें गड़बड़ी के मामले में उनकी जमानत याचिका पर अदालत अपना फैसला कल सुनाएगी।
बेंगलुरु में गिरफ्तारी के बाद ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाए गए सैयद मोहम्मद इमरान को दो दिन की पुलिस हिरासत अवधि समाप्त होने पर आज मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट पंकज शर्मा की अदालत में पेश किया गया।
पुलिस को पर्याप्त समय दिए जाने की बात कहते हुए अदालत ने इमरान को कल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं इमरान की जमानत के संबंध में अदालत ने आरोपी और अभियोजन दोनों का पक्ष सुनने के बाद फैसला कल के लिए सुरक्षित रख लिया।
अदालत द्वारा हिरासत अवधि बढ़ाने संबंधी पुलिस की याचिका खारिज किए जाने के बाद आरोपी ने जमानत याचिका दायर की और कहा, यह वैवाहिक विवाद है जिसे चोरी और धोखेबाजी का रंग दिया जा रहा है। इमरान ने कहा कि उनकी मां काफी बीमार हैं।
उन्होंने कहा, प्राथमिकी में शिकायतकर्ता के व्यक्तिगत गुस्से को बदले के रूप में इस्तेमाल किया गया है। पुलिस कानूनी प्रक्रिया को दरकिनार कर रही है.. मुझे परेशान किया जा रहा है। हालांकि, शिकायतकर्ता की ओर से पेश हुए वकील ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि अपराधों की प्रवृति बहुत गंभीर है और आरोपी के खिलाफ पत्नी की हत्या के प्रयास का भी आरोप है।
सुनवाई के दौरान अदालत ने आरोपी की पुलिस हिरासत अवधि बढ़ाने के अनुरोध को खारिज करते हुए कहा, इस अदालत के विचार से, पुलिस हिरासत अवधि बढ़ाने का और कोई आधार नहीं है क्योंकि पुलिस को काफी वक्त दिया गया है।
उसके बाद पुलिस ने इमरान को 14 दिन की हिरासत अवधि में भेजने संबंधी याचिका दायर करते हुए कहा कि जमानत मिलने पर यह साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ कर सकता है तथा गवाहों को डरा सकता है और उसे अन्य कोई अपराध करने से रोकने के लिए उसको हिरासत में रखना आवश्यक है।
पुलिस ने कहा कि दो दिन की पुलिस हिरासत अवधि के दौरान इमरान ने उनके साथ सहयोग नहीं किया। छापेमारी की गई, उसके कब्जे से चार शॉल और कुछ गहने बरामद किए गए हैं। शीला दीक्षित की बेटी लतिका और इमरान का विवाह 1996 में हुआ लेकिन पिछले 10 महीनों से वे अलग-अलग रह रहे थे।
पुलिस को जून में दी गई शिकायत में लतिका ने आरोप लगाया था कि उसके प्रति इमरान का व्यवहार बदल गया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में उनकी मां की हार के बाद इमरान बहुत आक्रामक तथा अशिष्ट हो गया है। (भाषा)