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Last Updated : सोमवार, 26 अक्टूबर 2020 (19:49 IST)

तिरंगे पर दिए बयान पर महबूबा मुसीबत में, PDP के 3 नेताओं ने इस्तीफा देकर जताया विरोध

तिरंगे पर दिए बयान पर महबूबा मुसीबत में, PDP के 3 नेताओं ने इस्तीफा देकर जताया विरोध - Resignation of 3 leaders of Mehbooba Mufti's PDP party
श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को सोमवार को उस वक्त झटका लगा, जब उनकी पार्टी के तीन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वाले पीडीपी नेता हैं पूर्व सांसद टीएस बाजवा, पूर्व एमएलसी वेद महाजन और हुसैन ए वफा। इन नेताओं ने महबूबा को लिखे एक पत्र में कहा है कि वह उनके कुछ कार्यों और अवांछनीय कथनों से विशेष रूप से असहज महसूस करते हैं, जो देशभक्ति की भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं।
 
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल 5 अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने अथवा तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उनके इस बयान का सभी पार्टियों ने देशव्यापी विरोध किया था।
 
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को पिछले वर्ष अगस्त में समाप्त किए जाने के बाद से महबूबा हिरासत में थीं। हाल ही में रिहा होने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वे तभी तिरंगा उठाएंगी, जब पूर्व राज्य का झंडा और संविधान बहाल किया जाएगा। उनके इस बयान का अपनी ही पार्टी में विरोध शुरु हो गया था और सोमवार को 3 नेताओं ने पीडीपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि चुनाव लड़ने में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है। जब तक वह संविधान हमें वापस नहीं मिल जाता, जिसके तहत मैं चुनाव लड़ती थी, तब तक चुनाव से मेरा कोई लेना देना नहीं है। महबूबा के इस बयान से बवाल मच गया और दिल्ली तक राजनीति गर्मा गई। 
 
भाजपा ने महबूबा के बयान को देशद्रोही करार दिया था और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि महबूबा मुफ्ती की यह टिप्पणी राष्ट्रीय ध्वज की शुचिता का घोर अपमान है कि जब तक कश्मीर का ध्वज बहाल नहीं हो जाता, तब तक वह तिरंगा नहीं उठाएंगी। 
 
दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी महबूबा के बयान को भड़काऊ और गैर जिम्मेदाराना करार दिया था। महबूबा के बयान के बाद युवाओं के एक समूह ने जम्मू स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर मार्च निकाला और दफ्तर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की कोशिश की। रविवार को जम्मू में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन किया, जिसके बाद कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया।

इसी बीच सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने पीडीपी के जम्मू कार्यालय पर तिरंगा फहरा दिया। सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता यहां तिरंगा लेकर इकट्ठा हुए थे और  नारेबाजी करते हुए महबूबा मुफ्ती के बयान का विरोध कर रहे थे। इनमें से कई पीडीपी के झंडे वाले खंभे के पास की दीवार पर चढ़ गए और फिर पोल पर तिरंगा झंडा लहरा दिया।
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