समुद्र में मालवाहक जहाजों से तेल रिसाव, जांच के आदेश
चेन्नई। जहाजरानी मंत्रालय महानिदेशालय ने तमिलनाडु के एन्नोर के पास कामराजार समुद्र तट के निकट पिछले दिनों दो मालवाहक जहाजों की टक्कर के बाद तेल रिसाव की घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
महानिदेशालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि मर्चेंट शिपिंग अधिनियम के तहत इस दुर्घटना के कारण और जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच के आदेश दिए गए है। उन्होंने कहा कि दोनों जहाजों को तट नहीं छोड़ने का आदेश किया गया है और महानिदेशालय दोनों जहाजों के मालिकों के साथ संरक्षण और क्षतिपूर्ति (पी और आई) के प्रतिनिधियों से दावों के भुगतान के सिलसिले में विचार-विमर्श कर रहा है।
उन्होंने बताया कि तटरक्षक बल के जहाज और हेलीकॉप्टर समुद्र में हुए तेल रिसाव की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और जहां कहीं तेल के जमाव का पता लगता है तो वहां तटरक्षक बल की निगरानी में मानव संसाधनों और उपकरणों की तैनाती की जाएगी तथा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार हरसंभव कदम उठा रही है। अभियान में शामिल अधिकारियों को विश्वास है कि कुछ दिनों में सफाई अभियान का काम पूरा हो जाएगा।
गौरतलब है कि 28 जनवरी को एमटी बीडब्ल्यू मैपल और एमटी डॉन कांचीपुरम नामक दो मालवाहक जहाज चेन्नई के एन्नोर तट के पास समुद्र में टकरा गए थे। इस टक्कर के कारण एमटी डॉन में लदे 32,813 टन पेट्रोलियम ल्यूब्रिकेंट (पीओएल) का रिसाव होने लगा।
इस दुर्घटना में जहाजों के क्रू सदस्यों में से कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन इससे पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचने की आशंका है। विज्ञप्ति में कहा गया कि तेल रिसाव का पता लगते ही तटरक्षक बल ने विभिन्न स्थानों पर सफाई के लिए उपकरण और जुटाए और पूरे अभियान के संचालन की निगरानी की। इस अभियान में तटरक्षक बल के विभिन्न स्थानों पर तैनात सफाई के लिए उपकरणों और मानव संसाधन को लगाया है
तमिलनाडु के तिरुवल्लूर, चेन्नई और कांचीपुरम जिलों के ईर्नावुर, चेन्नई फिशिंग हार्बर, मरीन बीच, बसंत नगर, कोट्टिवाक्काम, पलवक्कम, नीलंकरई और इनजामबक्कमा के समुद्र तटों पर बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है जिसमें 2,000 से ज्यादा लोग शामिल हैं। (वार्ता)