मुंबई। देश की वाणिज्यिक नगरी मुंबई और उसके आसपास के क्षेत्रों मूसलधार बारिश कहर बरपा रही है। मंगलवार को दीवार गिरने और वर्षाजनित घटनाओं में देर शाम तक मरने वालों का आंकड़ा 35 पर पहुंच गया है। भारी बारिश के कारण मुंबई हवाई अड्डे पर विमानों का आवागमन भी प्रभावित हुआ।
मौसम विभाग के 24 घंटे के भीतर और बारिश होने के अनुमान से लोगों को जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई है। मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्र में सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो दिन भी सतर्क रहने की जरूरत है।
पुणे के अंबेगांव स्थित एक कॉलेज की दीवार गिरने से 6 लोगों की दबकर मौत हो गई और कई घायल हो गए हैं। मुंबई नगरी के उप नगर मलाड क्षेत्र में भारी बारिश के कारण एक परिसर की दीवार झोपड़ियों पर गिर गई जिसके नीचे दबकर कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और 20 घायल हुए हैं। घायलों को निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे और पालघर में लगातार भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है।
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मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस से इस हादसे पर गहरा दुछख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई है। फणनवीस ने मलाड हादसे में मारे गये प्रत्येक व्यक्तियों के परिजनों को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की है। कल्याण में भी 3 लोगों के मरने की रिपोर्ट है।
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मुख्यमंत्री ने बृहन मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के नियंत्रण कक्ष का दौरा किया और उसके उठाए गए कदमों की समीक्षा की। उन्होंने रेल और सड़क यातायात और आवागमन के अन्य माध्यमों के बारे में जहां मदद की अधिक जरूरत है, उसके संबंध में बीएमसी के अधिकारियों से बातचीत की।
उन्होंने बताया कि बीएमसी और मुंबई पुलिस को सभी लोगों को हर प्रकार की सहायता के लिए अलर्ट और काम करने की हिदायत दी गई है। एहतियात के तौर पर और मौसम विभाग के भारी बारिश अनुमान को देखते हुए अवकाश घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि अगले दो दिन भी सतर्क रहने की जरूरत है। ठाणे और पालघर जिलों में मूसलाधार बारिश के कारण दीवार गिरने और वर्षाजनित घटनाओं में एक बच्चे समेत 5 लोगों की मौत हो गई है।
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अधिकारियों ने बताया कि पहली घटना कल्याण की है, जहां रात को करीब डेढ़ बजे एक उर्दू स्कूल की दीवार ढह गई जिसके नीचे दबकर 3 लोगों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। मृतकों की पहचान सोगान कांबले (60), करीना चंद (32) और भूषण चंद (तीन वर्ष) के रूप में हुई है। अग्निशमन और आपदा प्रकोष्ठ के बचाव दल संदेश मिलते ही तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कर दिया। शहर के कई क्षेत्र भारी पानी की वजह से तालाब की तरह नजर आ रहे हैं।
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दूसरी घटना पालघर जिले में हुई जहां जवाहर के कुंदनपाडा में 60 वर्षीय एक व्यक्ति बह गया। आपदा नियत्रंण प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अधिकारियों ने बताया की बीती रात धनुआ के अल्कापुर बैजापाडा का कैलाश बाबू (29) भी बाढ़ में बह गया। उसका शव भी आज सुबह बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है।
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क्षेत्रीय आपदा प्रबंध प्रकोष्ठ के प्रमुख संतोष कदम ने मीडिया को बताया तीन लोग रात करीब 1 बजकर 40 मिनट पर उस समय पानी के तेज बहाव में फंस गए जब उनकी कार नदी चेन्ना में गिर पड़ी। यह घटना ठाणे और भायंदर के बीच हुई। बालकुम से अग्निशमन विभाग के कर्मचारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। सभी लोगों को बचा लिया गया।
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कदम ने बताया कि टीडीआरफ कर्मियों ने करीब 50 लोगों की जान बचाई। शहर की भास्कर कालोनी में रहने वाले ये लोग अपने घरों में पानी में फंसे गए थे और रात करीब ढाई बजे इन्हें निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
पुणे शहर में भारी बारिश के कारण मंगलवार को सिंघबाद कॉलेज परिसर की दीवार झोपड़ियों पर गिर गई जिसके नीचे दबकर 2 महिलाओं समेत 6 श्रमिकों की म़ृत्यु हो गई और 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के अनुसार मारे गए श्रमिकों में से 4 छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे जबकि 2 महाराष्ट्र के थे। श्रमिक दीवार से सटी झुग्गियों में रहते थे।
घटना की सूचना मिलने पर राष्ट्रीय आपादा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। मृतकों की पहचान ममता पटेल (22), जीतूलाल पटेल (50), राधेलाल पटेल (25), जीतू रावते (24) , प्रहलाद रावते (30) और एक अन्य मृतक 45 वर्ष की महिला है। उसका उपनाम पटेल है। पुलिस ने बताया कि घायलों को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि तीन पहले कोंधवा क्षेत्र में भी बारिश की वजह से दीवार गिरी थी और इसके नीचे दबकर 15 श्रमिकों की मौत हो गई थी।