दयाशंकर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज
लखनऊ। मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने वाले उत्तरप्रदेश के भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के खिलाफ एसी और एसटी एक्ट की के तहत FIR की गई है। मायावती पर टिप्पणी के बाद भाजपा ने दयाशंकर को उत्तरप्रदेश उपाध्यक्ष के साथ ही सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है। बीएसपी ने दयाशंकर के खिलाफ यह एफआरआई दर्ज करवाई है।
इस अभद्र टिप्पणी के बाद मायावती राज्यसभा में खूब गुस्सा हुई थीं और उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साथा था। उधर दयाशंकर सिंह ने कहा कि मायावती चाहे तो गिरफ्तारी के लिए तैयार हूं।
दयाशंकर के बयान को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। यही नहीं भाजपा ने दयाशंकर को 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया है।
दयाशंकर के बयान से भड़की मायावती ने कहा कि आने वाले दिनों में बहुजन समाज पार्टी सड़कों पर उतरती है तो इसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी।
जब उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष को यह लगा कि उन्होंने जो बयान दिया है, उस पर इतना बवाल मच ही गया है, तब उन्होंने कहा कि मैं सार्वजनिक रूप से मायावती से माफी मांगता हूं। मायावती मुझे गिरफ्तार करवा सकती है।
दयाशंकर सिंह को भाजपा ने सभी पदों से हटाया : भारतीय जनता पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी की नेत्री एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले उत्तर प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को सभी पदों से बुधवार को हटा दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने यहां संसद भवन परिसर में बताया कि सिंह के बयान अस्वीकार्य हैं इसलिए उन्हें सभी पदों से हटा दिया गया है। मायावती पर इस टिप्पणी के कारण भाजपा को संसद में असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।
राज्यसभा में इस बयान की चौतरफा निंदा के बीच सदन के नेता एवं वित्तमंत्री अरुण जेटली को भी इस बयान की निंदा करनी पड़ी और इसके लिए उन्होंने सुश्री मायावती से व्यक्तिगत रूप से क्षमा-याचना भी की।
इस बीच बसपा के महासचिव सतीशचंद्र मिश्रा ने कहा कि उनकी पार्टी दयाशंकर सिंह के विरुद्ध अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम के तहत आपराधिक मुकदमा कायम कर चुकी है। मायावती ने भी सिंह को गिरफ्तार किए जाने की मांग की है।