• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. Maratha Quota Protest : Activist Manoj Jarange Ends Fast Unto Death
Last Updated : सोमवार, 26 फ़रवरी 2024 (18:09 IST)

Maharashtra : हत्या की साजिश का आरोप लगाया तो मनोज जरांगे पर भड़के CM शिंदे, बोले हदें न करें पार

आंदोलनकारियों ने बसों में लगाई आग

Maharashtra : हत्या की साजिश का आरोप लगाया तो मनोज जरांगे पर भड़के CM शिंदे, बोले हदें न करें पार - Maratha Quota Protest : Activist Manoj Jarange Ends Fast Unto Death
जरांगे ने किया था भूख हड़ताल का ऐलान
सरकार ने बुलाया था स्पेशल सेशन
फडणवीस पर एनकाउंटर का लगाया था आरोप

Maratha Quota Protest : मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जरांगे (Manoj Jarange) पाटिल ने भूख हड़ताल की चेतावनी दी थी। अब जरांगे इसे वापस ले लिया है। खबरों के मुताबिक सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने उन्हें चेतावनी दी थी कि वे हदें पार न करें। हत्या की साजिश के आरोप पर भी शिंदे ने नाराजगी जताई।  
हत्या की साजिश का लगाया था आरोप : जरांगे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाया था कि वे मेरा एनकाउंटर भी करा सकते हैं। इस पर एकनाथ शिंदे ने कहा था कि वह हदें पार न करें। ऐसी बातें करना गलत है। 

आंदोलनकारियों ने बसों में लगाई आग : मीडिया खबरों के मुताबिक मराठा आंदोलनकारियों ने सोमवार को अंबाड के तीर्थपुरी शहर में एक स्टेट ट्रांसपोर्ट बस को आग लगा दी। आगजनी की घटना के बाद महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और जालना में बस सर्विस को रोक दिया है। प्रशासन ने बीड, संभाजीनगर और जालना में शाम 4 बजे तक इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है।
 
मनोज जरांगे पाटिल ने शनिवार को कहा था कि सरकार कोशिश कर रही है कि मुझे किसी मामले में फंसाकर गिरफ्तार कर लिया जाए। उनका सीधा आरोप एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार पर था। इस पर शिंदे ने जवाब देते हुए कहा था कि मनोज जरांगे पाटिल को सीमा नहीं लांघनी चाहिए। 
 
स्पेशल सेशन में मिली थी मंजूरी : लंबे आंदोलन के बाद महाराष्ट्र विधानसभा का स्पेशल सेशन बुलाकर 10 फीसदी मराठा कोटे को मंजूरी दे दी गई है। इसके तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में 10 फीसदी आरक्षण मिलना है। 
 
जरांगे ने किया था विरोध : मनोज जरांगे पाटिल ने सरकार के इस फैसले का भी विरोध ही किया है। उनका कहना है कि सरकार को अलग से 10 फीसदी आरक्षण देने की बजाय मराठा समुदाय को ओबीसी कोटा देना चाहिए।
यदि मराठा समाज को ओबीसी में शामिल किया गया तो उन्हें 50 फीसदी जातिगत आरक्षण की लिमिट तोड़े बिना ही कोटा मिल जाएगा। 
इसी के लिए उन्होंने 17 दिनों की भूख हड़ताल का ऐलान कर दिया था। जरांगे पाटिल का कहना था कि सरकार ने मराठा कोटे को अलग से दिया है। इससे जातिगत आरक्षण 50 फीसदी के पार हो जाएगा। ऐसे में अदालत में यह टिक नहीं पाएगा। जरांगे ने कहा कि मैं एक या दो दिन अस्पताल में रहूंगा और फिर मराठा समुदाय के सदस्यों से मिलने के लिए प्रत्येक गांव का दौरा करूंगा। वेबदुनिया न्यूज  Edited By : Sudhir Sharma