भले ही येदियुरप्पा ने कहा है कि वे नाराज नहीं है, लेकिन यदि वे पार्टी से असंतुष्ट हुए तो आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है। क्योंकि पिछली बार भी पार्टी येदियुरप्पा के बिना भाजपा नुकसान उठा चुकी है। येदि का लिंगायत समुदाय में काफी वर्चस्व है। समुदाय के संत-महंतों के बीच भी उनकी काफी पकड़ है।I have decided to resign. I will meet the Governor after lunch: Karnataka CM BS Yediyurappa at a programme to mark the celebration of 2 years of his govt pic.twitter.com/sOn0lXAfeD
— ANI (@ANI) July 26, 2021