इडुक्की (केरल)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ लैंगिक टिप्पणी करने के मामले में चौतरफा आलोचनाओं से घिरे पूर्व सांसद जॉयस जॉर्ज ने मंगलवार को अपनी टिप्पणी वापस ले ली और सार्वजनिक रूप से इसके लिए खेद व्यक्त किया। हालांकि कांग्रेस ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी जबकि सत्तारूढ़ माकपा ने भी इस पूरे बयान से किनारा कर लिया था।
जॉर्ज ने कहा कि मैं बिना शर्त उस अनुचित टिप्पणी को वापस लेता हूं, जो मैंने सोमवार को इरात्तयार में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए की थी। जिले में कुमाले में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए खेद भी प्रकट करता हूं। जॉर्ज वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में माकपा के समर्थन से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी इडुक्की से जीते थे लेकिन वर्ष 2019 के चुनाव में उन्हें कांग्रेस के डी. कुरियाकोस से हार मिली थी।
टीवी चैनलों ने मंगलवार सुबह जॉर्ज द्वारा इरात्तयार में दिए भाषण के फुटेज का प्रसारण शुरू किया जिसके बाद विभिन्न धड़ों ने खासतौर पर कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) ने तीखी आलोचना की और इसे महिला विरोधी करार दिया। माकपा को एहसास था कि यह आपत्तिजनक टिप्पणी विपक्ष को हथियार मुहैया करा देगी, इसलिए पार्टी ने जॉर्ज के बयान को खारिज करने में देरी नहीं की।
बयान से किनारा करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) राहुल गांधी पर की गई व्यक्तिगत टिप्पणी का समर्थन नहीं करता। उन्होंने कासरगोड में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम उनका राजनीतिक रूप से विरोध करेंगे, व्यक्तिगत रूप से नहीं।
इसके तुरंत बाद माकपा के राज्य सचिवालय ने यहां बयान जारी कर कहा कि वाम दल अपने पूर्व सांसद की टिप्पणी से सहमत नहीं है। पार्टी ने कहा कि माकपा कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के राजनीतिक रुख का विरोध करती है। ऐसी टिप्पणी राजनीतिक आलोचनाओं से ध्यान भटकाने में ही सहायक होगी। माकपा ने कहा कि किसी को भी ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
जॉर्ज ने कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) पर, खासतौर पर राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी केवल महिला कॉलेजों का ही दौरा करेंगे और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का सामना करने के दौरान लड़कियों को सतर्क रहना चाहिए।
उन्होंने ऊर्जा मंत्री एमएम मणि के लिए प्रचार करते हुए कहा कि राहुल गांधी कुवांरे और समस्या पैदा करने वाले हैं, ऐसे में लड़कियों को उनसे सतर्क रहना चाहिए। उनके सामने नहीं झुकें। कोच्चि स्थित प्रतिष्ठित सेंट टेरेसा कॉलेज में एक छात्रा के अनुरोध पर गांधी ने अकिडो सिखाया था। पूर्व सांसद की टिप्पणी उसके बाद आई है।
उल्लेखनीय है कि राहुल चुनाव प्रचार करने के लिए राज्य के दौरे पर आए थे और इसी कड़ी में वे महिला कॉलेज छात्राओं से संवाद करने गए थे। इस बीच, कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ जॉर्ज की कथित अभद्र टिप्पणी को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्नीथला ने मंगलवार को गांधी के खिलाफ बयान को लैंगिक बताते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण एवं अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष मुल्लाप्पाल्ली रामचंद्रन और पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने भी पूर्व सांसद की आलोचना करते हुए कहा कि यह बेहद ही अपमानजनक और अस्वीकार्य है। सांसद और युवा कांग्रेस के नेता डी. कुरियाकोस ने पूर्व सांसद जॉर्ज की निंदा करते हुए कहा कि संभवत: उन्होंने अपने चरित्र के बारे में बात की।
उन्होंने कहा कि उनके अंदर की फूहड़ता अब बाहर आ गई है। राहुल गांधी की आलोचना करने की उनकी क्या योग्यता है? वे पूर्व ऊर्जा मंत्री एमएम मणि के नक्शेकदम पर चल रहे हैं जिन्हें ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए जाना जाता है। कुरियाकोस ने कहा कि पूर्व सांसद ने न केवल गांधी का अपमान किया बल्कि छात्राओं का भी अपमान किया। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही निर्वाचन आयोग में जाकर जॉर्ज की शिकायत करेंगे।
केरल कांग्रेस नेता पीजे, जोसफ ने जॉर्ज की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी अपरिपक्व है और वे जानना चाहते है कि क्या यह राय पूरे एलडीएफ की है। एमएम मणि ने जॉर्ज के बयान का बचाव किया और कहा कि उनकी टिप्पणी महिला विरोधी नहीं थी, बल्कि उन्होंने राहुल गांधी की आलोचना की थी। (भाषा)