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Written By Author सुरेश डुग्गर
Last Modified: जम्मू , मंगलवार, 25 अक्टूबर 2016 (18:22 IST)

सीमा पर 'नापाक' हरकतें जारी, 14 से ज्यादा जख्‍मी

सीमा पर 'नापाक' हरकतें जारी, 14 से ज्यादा जख्‍मी - Jammu and Kashmir, LoC, international border
जम्मू। जम्मू कश्मीर में एलओसी तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा के कई सेक्टरों में पाक गोलों की बरसात थमी नहीं है। यह अब और इलाकों में फैल गई है। पाक गोलाबारी के कारण राजौरी के नौशहरा सेक्टर और इंटरनेशनल बार्डर के अब्दुलियां गांव में मंगलवार को 14 से अधिक नागरिक जख्मी हो चुके हैं।
पाकिस्तान की सेना ने मंगलवार को सीजफायर का उल्लंघन करते हुए राजौरी जिले के नौशहरा सेक्टर में भारतीय सेना की चौकियों को निशाना बनाकर मोर्टार दागे और छोटे हथियारों से गोलीबारी की। एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि पाक सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर सुबह 10 बजे से राजौरी जिले के नौशहरा सेक्टर में हमारी चौकियों को निशाना बनाकर मोर्टार बम दागे और छोटे हथियारों से गोलीबारी की। संघर्ष विराम उल्लंघन का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
 
पाकिस्तान द्वारा आरएसपुरा में भी सीजफायर का उल्लंघन जारी है। अब्दुल्लियां में पाक द्वारा गोलीबारी की जा रही है। गोलीबारी में 7 ग्रामीण घायल हो गए हैं। घायलों को जम्मू मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया है।
 
रक्षा सूत्रों के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में लगे मोबाइल टावरों को निशाना बनाकर पाक रेंजर गोले दाग रहे हैं। इस गोलाबारी में पहली बार वे गांव भी चपेट में आए, जहां आज तक कभी गोले नहीं पहुंचे। यही नहीं, कान्हाचक के पुलिस स्टेशन पर गोले पड़े। थाने में लगे एक टावर को निशाना बनाकर गोले दागे गए।
 
इसमें थाने के एक एएसआई की नई स्विफ्ट कार क्षतिग्रस्त हो गई। 1500 घरों की आबादी वाले गजनसू गांव में इससे पहले कभी गोले नहीं गिरे हैं। गांव के रहने वाले दर्जनों लोगों से बात करने पर एक बात ही सामने आई कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में गोले नहीं देखे। गांव के रहने वाले 70 वर्षीय ओंकारसिंह का कहना है कि वह शुरू से इस गांव में रह रहे हैं। भारतीय और पाकिस्तानी पोस्टों पर तो फायरिंग होती रहती है, लेकिन गांव में कभी भी कोई गोला आकर नहीं गिरा है। गांव में एक टावर लगा हुआ है। इसको निशाना बनाकर गोले दागे।
 
हालांकि फायरिंग से पहले ही लोग अलर्ट हो गए थे। गांव की एक महिला जरूर घायल हुई, लेकिन बहुत से लोग मरते-मरते बचे। कान्हाचक पुलिस स्टेशन में भी टॉवर लगे हुए हैं। इस टॉवर के बहाने थाने पर भी गोले दागे गए। थाने में कई लोग मौजूद थे। जो इसमें बाल-बाल बचे। गोला थाने के कार्यालय के पीछे आकर गिरा, जिससे खिड़कियों के दरवाजे टूट गए। टावरों को निशाना बनाकर ग्रामीणों पर दागे गोले।
 
अधिकारियों ने बताया कि सेना पाक सेना को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। दोनों तरफ से गोलाबारी अब भी जारी है। भारतीय क्षेत्र में किसी जनहानि या संपत्ति को नुकसान पहुंचने की कोई खबर नहीं है। पाक सैनिकों की तरफ से की गई इस भीषण गोलाबारी में असैन्य क्षेत्रों और जम्मू से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ की करीब 75 चौकियों को निशाना बनाया गया था।
 
याद रहे उड़ी में सेना के कैंप में 18 सितंबर को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लक्षित हमले किए थे। लक्षित हमलों के बाद से पाक सैन्य बलों द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने की 50 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं।
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