भारत में पहले भी लगा है इन चैनलों पर प्रतिबंध...
नई दिल्ली। हिन्दी समाचार चैनल एनडीटीवी पर 1 दिन का प्रतिबंध लगाने संबंधी फैसले को लेकर केंद्र सरकार की एडिटर्स गिल्ड के साथ ही विपक्ष के भी निशाने पर है। सरकार के इस फैसले की तुलना आपातकाल से की जा रही है।
एक अंग्रेजी समाचार पत्र के अनुसार, भारत में इससे पहले भी कई बार चैनलों पर प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं। हालांकि यह पहली बार है जब आतंकी घटना को कवर करने पर किसी समाचार चैनल पर प्रतिबंध लगाया गया हो।
समाचार चैनल एएक्सएन पर 17 जनवरी 2007 में आपत्तिजनक कार्यक्रम 'वर्ल्ड सेक्सीएस्ट एडवरटाइजमेंट दिखाने पर दो माह का प्रतिबंध लगाया गया था। इसके दो माह बाद ही एफटीवी पर भी 'मिडनाइट हॉट' नामक आपत्तिजनक कार्यक्रम दिखाने पर दो माह का प्रतिबंध लगा था।
26 नवंबर 2004 को सिने वर्ल्ड नामक एक चैनल ने रात में पूरी एडल्ड फिल्म ही दिखा दी थी। इस घटना से नाराज सरकार ने 24 मार्च 2005 को चैनल का प्रसारण एक माह के लिए रोक दिया था।
इसी तरह समाचार चैनल अलजजीरा पर भारत का गलत नक्शा दिखाने पर पांच दिन का प्रतिबंध लगाया गया था।
2007 में जनमत नामक समाचार चैनल पर प्रोग्राम कोड का उल्लंघन कर एक शिक्षक का स्टिंग ऑपरेशन दिखाने पर एक माह का प्रतिबंध लगा था।