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Written By WD
Last Modified: शनिवार, 30 नवंबर 2013 (16:52 IST)

बिहारी ने बिगाड़े दिग्गजों के समीकरण

बिहारी ने बिगाड़े दिग्गजों के समीकरण -
बीकानेर। जिले की नोखा विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा के बागी बनकर मैदान में उतरे भाजपा के ऊर्जावान नेता बिहारीलाल बिश्नोई ने भाजपा के साथ कांग्रेस के चुनावी सुर-ताल भी बिगाड़ रखे हैं।

चुनावी विश्लेषकों की मानें तो इस सीट पर कांग्रेस को टक्कर देने के लिए भाजपा के बागी बिहारीलाल बिश्नोई मजबूती के साथ उभरे हैं। जातिगत आधार पर जाट बाहुल्य इस सीट पर बिश्नोई, दलित और वैश्य मतदाताओं की तादाद भी कम नहीं, जो इस क्षेत्र के ऊर्जावान नेता बिहारीलाल बिश्नोई का मजबूत वोट बैंक माने जाते हैं।

यही वजह है बिहारीलाल नोखा में भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के लिए भी कड़ी चुनौती बन गए हैं और पिछले चुनावों में इस सीट पर कब्जा जमाने में कामयाब रहे विधायक कन्हैयालाल झंवर अबकी दफा काफी पिछड़े हुए नजर आ रहे हैं और क्षेत्र में ये अफवाहें जोरों पर हैं कि कांग्रेस को शिकस्त देने के लिए झंवर ने बिहारीलाल के साथ अपना चुनावी तालमेल बैठा लिया है।

मजे की बात यह है कि नोखा में बिहारीलाल भाजपा के बागी उम्मीदवार हैं लेकिन क्षेत्र के समूचे भाजपाई उनके साथ एकजुट होकर चुनावी मुहिम में जुटे हुए हैं। इस बारे में बिहारीलाल का कहना है कि मैं नोखा के आम अवाम और अपने भाजपा कार्यकर्ताओं के दम पर ही चुनाव मैदान में उतरा हूं।

सियासी विश्लेषकों के मुताबिक चुनावी प्रचार की जंग में बिहारीलाल बिश्नोई की सभाओं में जुट रही भीड़ से भी भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों की हवाइयां उड़ी हुई हैं।

नोखा विधानसभा : बीकानेर जिले की सर्वाधिक 2,02,957 मतदाताओं वाली नोखा की सीट पर अबकी दफा कुल 9 प्रत्याशी चुनावी मैदान में मौजूद हैं। इनमें कांग्रेस के रामेश्वर डूडी, भाजपा के सहीराम बिश्नोई, निर्दलीय कन्हैयालाल झंवर, भाजपा के बागी निर्दलीय बिहारीलाल बिश्नोई, बसपा के महावीर लोढ़ा, निर्दलीय वासुदेव बडग़ुर्जर, निर्दलीय कन्हैयालाल पुत्र रामनारायण, निर्दलीय मनीष जैन, निर्दलीय ओमप्रकाश मेघवाल शामिल हैं।

जबकि पिछली दफा नोखा में कुल 13 प्रत्याशी मैदान में थे। जाट-बिश्नोई और दलित बाहुल्य वाली इस सीट पर पिछली बार भाजपा के बिहारीलाल बिश्नोई और कांग्रेस के रामेश्वर डूडी की लड़ाई का फायदा उठाकर निर्दलीय कन्हैयालाल झंवर जीत की बाजी मार ले गए, कारण यह कि जाटों-बिश्नोइयों के जातिवादी नारों ने अन्य जातियों को एक मंच पर झंवर के साथ खड़ा कर दिया, लेकिन इस बार माहौल बदल गया है।

पिछली दफा निर्दलीय कन्हैयालाल झंवर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के रामेश्वर डूडी को 2277 वोटों से शिकस्त दी थी और तीसरे नंबर पर रहे भाजपाई बिहारीलाल बिश्नोई को 25,018 वोट मिले थे। (कनक मीडिया)